भोपाल। होशंगाबाद के वरिष्ठ अधिमान्य पत्रकार एवं एक साप्ताहिक अखबार के संपादक प्रमोद सराठे की नृशंस हत्या कर दी गई है। उनकी लाश उन्हीं के कमरे में बंद मिली है। कमरे के बाहर ताला लगा हुआ था। पुलिस का कहना है कि करीब 6 दिन पहले उनकी हत्या की गई होगी। तेज दुर्गंध आने के बाद पड़ौसियों ने पुलिस को सूचित किया। बता दें कि श्री प्रमोद सराठे जमीनी पत्रकारिता करते थे। उन्होंने शहर के कई प्रभावशाली लोगों के गैरकानूनी कामों का खुलासा किया था।
पुलिस के मुताबिक, प्रमोद सराठे की मौत 1 सप्ताह पहले हो गई थी। अधिक समय हो जाने के कारण लाश सड़ गई है। लाश में कीड़े पड़ गए थे। पड़ोसियों ने बताया कि प्रमोद सराठे अकेले ही रहते थे। प्रमोद 'सतरस्ते का बेताल' अखबार का संपादन और प्रकाशन करते थे। इसी से वे अपनी आजीविका चलाते थे। वहीं पुलिस और फॉरेंसिक टीम जांच कर पता लगाने में लगी है कि सराठे की मौत किस तरह हुई है। पुलिस ने जांच शुरू कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि प्रमोद सराठे की लाश जिस कमरे में मिली थी, उस कमरे का ताला बाहर से लगा था। पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि प्रमोद सराठे के घर पर कौन आया-जाया करता था और आखिरी बार कौन आया था। इसके लिए पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही है। सूत्रों की मानें तो प्रमोद अपने अखबार में शहर के कई मामले उजागार कर चुके थे। पुलिस को आशंका है कि ऐसे ही किसी मामले के कारण उनकी हत्या हो सकती है। पुलिस सभी एंगल से जांच कर हत्यारे का सुराग लगाने में जुटी हुई है।
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