नई दिल्ली। चीन की लापरवाही के कारण भारत के लाखों लोगों की जान खतरे में आ गई है। पिछली बार भी असम राज्य के 7 लाख लोग बेघर हो गए थे। 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और हजारों करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हो गई थी। मामला ब्रह्मपुत्र नदी का है। नदी का पानी चीन में रुक गया है। जब अचानक छोड़ा जाएगा तो भारत के असम, आसपास सहित नेपाल तक प्रभावित होंगे। सन 2000 में भी ऐसा ही हुआ था।
अरुणाचल से कांग्रेस सांसद निनोंग एरिंग ने भारत सरकार को चिट्ठी लिखकर मदद मांगी है। दरअसल, चीन में 16 अक्टूबर को आए भूस्खलन की वजह से ब्रह्मपुत्र नदी का प्रवाह बंद हो गया है। अरुणाचल के सियांग जिले में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। लोगों को नदी किनारे से जाने से मना किया गया है।
सासंद ने अपनी चिट्ठी में इस ब्लॉकेज के बारे में लिखा है। उनके अनुसार ब्लॉकेज मिलिन सेक्शन के पास है। अचानक से जब इसे खोला जाएगा, तो पानी का बहाव इतना तेज होगा, कि इससे अरुणाचल के कई इलाकों में बाढ़ आ सकती है। अभी अरुणाचल के इस इलाके में पानी का स्तर बिल्कुल ही नीचे चला गया है। 2000 में भी कुछ ऐसा ही हुआ था। अचानक ही चीन की ओर से ब्लॉकेज साफ किया गया, और अरुणाचल में तबाही पसर गई थी।
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