अमृतसर। दशहरा समारोह के दौरान हुई घटना के बाद अब लोग भड़क गए हैं। आक्रोशित भीड़ ने शिवाला फाटक के गेटमैन निर्मल सिंह को घेरकर बेरहमी से पीटा और रेलवे के केबिन (एस-26-ई3) से नीचे फेंक दिया। उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं।
गेटमैन सतर्क होता तो घटना ना होती
लोगों का कहना है कि यह हादसा नहीं है। यह प्राकृतिक प्रकोप नहीं है। यदि गेटमेन सतर्क होता तो यह घटना ना होती। गेटमैन की जिम्मेदारी थी कि वो सूचना दे और रेल को आने से रोके। उसे पता था कि रेल आने वाली है। वो आयोजकों को इसकी जानकारी दे सकता था परंतु उसने ऐसा नहीं किया।
अब तक 70 लोगों की मौत
यह हादसा शुक्रवार शाम अमृतसर के जोड़ा बाजार में हुआ था। रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे लोग दो ट्रेनों की चपेट में आ गए थे। हादसे में 70 लोगों की मौत हुई है।
आयोजकों ने पुलिस से अनुमति ली थी
इस बीच रावण दहन का आयोजन करने वाली दशहरा कमेटी ने पुलिस की मंजूरी वाला पत्र मीडिया को सौंपा। कमेटी का कहना है कि उसने कार्यक्रम में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पुलिस को पत्र लिखा था। जवाब में सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह ने लिखा था कि पुलिस को इस आयोजन से आपत्ति नहीं है।
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