
किसको क्या सजा
- दो सब इंस्पेक्टर टेकाम और उइके को दिया गया कम्पलसरी रिटायरमेंट।
- तत्कालीन टीआई एमपी नगर संजय सिंह बैंस की एक वेतनवृद्धि में की गई कमी।
- तत्कालीन हबीबगंज थाना प्रभारी रविन्द्र यादव की दो वेतनवृद्धि में की गई कमी।
- तत्कालीन जीआरपी टीआई मोहित सक्सेना को लाया गया न्यूनतम वेतन पर।
क्या है घटनाक्रम
- 31 अक्टूबर, दिन मंगलवार को जब पीड़ित छात्रा कोचिंग से निकलकर भोपाल रेलवे स्टेशन जा रही थी। दो युवक छात्रा को पकड़कर रेलवे ट्रैक के ठीक नीचे स्थित पुलिया में ले गए। जहां उनके दो दोस्त और आ गए। चारों ने छात्रा के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
- 1 नवंबर, घटना के अगले दिन यानी बुधवार सुबह करीब 11 बजे लड़की अपनी मां और पिता के साथ एमपी नगर थाने पर पहुंची। यहां उनकी मुलाकात एसआई आरएन टेकाम से हुई।
- टेकाम उन्हें लेकर मौके पर पहुंचे और मामला हबीबगंज थाने का बताते हुए वहां जाने की सलाह दे दी। जबकि, वे चाहते तो अपने थाने में शून्य पर मामला दर्ज कर केस डायरी जीआरपी या हबीबगंज पुलिस को भेज सकते थे।
- तत्कालीन डीआईजी संतोष कुमार सिंह के मुताबिक, इस तरीके को लापरवाही मानते हुए टेकाम को सस्पेंड कर दिया गया। शाम को छह बजे जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हुई जो देर शाम आठ बजकर 18 मिनट पर लिखी गई।
जीआरपी पुलिस ने गोलू उर्फ बिहारी, अमर उर्फ छोटू, राजू उर्फ राजेश और राजू उर्फ रमेश को गिरफ्तार किया।
- 5 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज करने में देरी को लेकर टीआई रवींद्र यादव (हबीबगंज), संजय सिंह बैस (एमपी नगर), मोहित सक्सेना (जीआरपी थाना) और दो एसआई को सस्पेंड किया गया। वहीं, सीएसपी एमपी नगर कुलवंत सिंह को हटाकर पीएचक्यू अटैच किया।
- गैंगरेप मामले को लेकर मुख्यमंत्री ने डीजीपी समेत आला पुलिस अफसरों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। एसआईटी का गठन हुआ।
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