भोपाल। कृषि व उद्यानिकी विभाग में रिक्त पदों में भर्ती की मांग को लेकर इंदौर से भोपाल तक पैदल मार्च करते हुए आए छात्रों/उम्मीदवारों ने 2 दिन तक भूखे प्यासे भोपाल में डेरा जमाए रखा लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। खबर आ रही है कि पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया है। यह कार्रवाई रात 11 बजे की गई। उनका ज्ञापन तक नहीं लिया गया। ट्रकों में भरकर सबको भोपाल शहर की सीमा से बाहर छोड़ दिया गया। प्रदर्शनकारियों में किसानों की बेटियां भी थीं।
पत्रकार भवन के मैदान में धरने पर बैठ गए थे
प्रदर्शनकारी गजेंद्र पवार ने बताया कि हम लोग माननीय कृषि मंत्री जी से भी मिले। मंत्री जी के द्वारा हर बार की तरह सिर्फ़ आश्वासन दिया गया। हम समस्त कृषि छात्रों को आश्वासन नहीं चाहिए। हमने तय किया कि हम लोगों द्वारा यह धरने को जारी रखेंगे लेकिन आधी रात को पुलिस आ गई और उन्होंने डंडे के दम पर हमको भगा दिया।
कई प्रदर्शनकारी भाजपा से जुड़े हुए थे
यह पैदल मार्च एवं प्रदर्शन किसानों की संतानों का था। इसमें किसानों के बेटे एवं बेटियां शामिल थे। कुछ छात्र नेता ऐसे भी थे जो भाजपा से जुड़े हुए थे जबकि कुछ एबीवीपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे। उन्होंने भोपाल में भाजपा नेताओं को संपर्क करने का प्रयास किया। एबीवीपी के पूर्व संगठन मंत्रियों से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु कोई मदद नहीं मिली।
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