भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आशा-उषा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। आज अपनी आवाज सीएम शिवराज सिंह तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शनकारी आशा कार्यकर्ता टॉवर पर चढ़ गई। उसे उतारने पहुंचा पुलिस कर्मचारी संतुलन नहीं बना पाया और दोनों टॉवर से नीचे गिर गए। कार्यकर्ता के सिर में गहरी चोट आयी है। उसे अस्पताल ले जाया गया है। अपने साथी के घायल होने से आशा कार्यकर्ताओं का गुस्सा और भड़क गया। उन्होनें पुलिस कर्मचारियों पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। बदले में पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग किया और गिरफ़्तारी शुरू कर दी। महिला कार्यकर्ताओं को जेल ले जाया गया।
सारी रात सड़क पर सोती रहीं आशा कार्यकर्ता
अपनी मांगों को लेकर सीएम हाउस के सामने पॉलिटेक्निक चौराहे पर धरने पर आशा ऊषा और सहयोगिनी कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रही है। मंगलवार को पॉलिटेक्निक चौराहे पर सुबह 10 बजे से धरना-प्रदर्शन चल रहा है। आज धरने का दूसरा दिन है। पुलिस ने सड़क किनारे बेरीकेड्स का घेरावा बनाया है और इसी घेरे में कार्यकर्ताओं ने रात बिताई। कार्यकर्ताओं की मांग है कि आशा सहयोगिनी को 25 हजार रुपए और आशा-उषा कार्यकर्ताओं को 10 हजार रुपए मानदेय सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा नियमितीकरण और चिकित्सा सुविधा समेत दूसरी कई सुविधाओं की मांग की जा रही है।
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि रातभर से पुलिस धमका रही है। आरोप है कि पुलिस की धमकी से कई कार्यकर्ता वापस लौट गई हैं। पुलिस पर ट्रक से कुचलने, पथराव की धमकी का आरोप है। साथ ही पुलिस पर अभद्रता करने का आरोप भी लगा है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com
#MadhyaPradesh #भोपाल— News18 MadhyaPradesh (@News18MP) October 3, 2018
Shocking Video: विरोध प्रदर्शन के दौरान टावर से नीचे गिरी आशा कार्यकर्ता pic.twitter.com/yQYpWrub5E