भोपाल। भाजपा के प्रदेश कार्यालय आकर टिकट की मांग और विधायकों व संभावित उम्मीदवारों का विरोध कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए संकेत है कि अब टिकट के संबंध में भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आकर किसी भी तरह की बातचीत या प्रदर्शन करने की जरूरत नहीं है। पार्टी स्तर पर हो होना था सो हो चुका है। अब सबकुछ सीएम शिवराज सिंह और अमित शाह के हाथ में है। वही लिस्ट में कांटछांट कर सकते हैं।
चुनाव समिति के सदस्य कृष्ण मुरारी मोघे ने बताया कि प्रदेश स्तर पर अब चुनाव समिति की बैठक नहीं होगी। सभी 230 सीटों के नाम पर चर्चा हो चुकी है और पैनल बनाकर नाम केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेज दिए गए हैं। उन्होंने कहा जरुरत पड़ने पर सीएम क्षेत्रवार नेताओं से चर्चा करेंगे, मध्य प्रदेश में बीजेपी ने पहली बैठक में ही नाम तय कर लिए हैं। भाजपा में प्रत्याशियों के नामों को फाइनल करने के लिए प्रदेश चुनाव समिति ने रविवार को देर रात तक मंथन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और कैलाश जोशी समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने करीब सात घंटे तक एक-एक सीट पर चर्चा की।
सूत्रों का कहना है कि सभी सीटों पर सर्वसम्मति से सिंगल नाम की कोशिश की गई है, वहीं पार्टी का कहना है सभी सीटों पैनल बनाये गए हैं। सूत्रों के मुताबिक लगभग 60 विधायकों के टिकट काटे जा रहे हैं, इन सीटों पर भाजपा नए चेहरों पर दांव लगाएगी। साथ कुछ सांसदों को भी मौका दिया जा रहा है।
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