भोपाल। बीते रोज बसपा सुप्रीमो मायावती ने दो टूक जवाब देते हुए कांग्रेस से गठबंधन से इंकार कर दिया। अपनी नियुक्ति से लेकर लगातार बीएसपी से गठबंधन की कोशिश कर रहे कमलनाथ ने पहले तो कहा कि मायावती से इंकार से कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ता लेकिन अब मायावती को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएनएन-न्यूज18 के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए दोनों पार्टियों को साथ आना चाहिए था। मायावती के अड़ियल रुख से एमपी में भाजपा को फायदा हो सकता है।
गठबंधन नहीं हुआ तो भाजपा जीत जाएगी
कमलनाथ ने बताया कि मायावती ने 50 सीटों की मांग की थी। उनकी पार्टी बसपा ने इन सीटों से पिछले चुनाव में 2000 से 3000 हजार वोट ही हासिल किए थे। हालांकि बीजेपी को इससे जीत दर्ज करने में मदद मिली थी। इस बार भी अगर भाजपा के खिलाफ कांग्रेस और बसपा का गठबंधन नहीं होता है तो सत्तासीन पार्टी को आसान जीत मिल सकती है।
हमने तो उत्तरप्रदेश में ऐसी मांग नहीं की थी
कमलनाथ ने सफाई दी कि बीएसपी का मध्य प्रदेश में कुल 6.3 प्रतिशत ही वोट शेयर है, जबकि वे 50 सीट चाहते हैं। कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में 6 प्रतिशत वोट शेयर है, तो क्या हमें भी ऐसी ही मांग करनी चाहिए? बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए हम उन्हें कुछ सीटें दे सकते हैं
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