हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या को दिवाली मनाई जाती है। इस बार भारत में 7 नवंबर को ये त्योहार मनाया जा रहा है। दिवाली के दिन धन की देवी लक्ष्मीजी और भगवान गणेश का पूजन होता है। इसलिए ज्यादातर लोग पूजन के लिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते हैं, लेकिन पूजन के लिए कैसी मूर्ति खरीदनी चाहिए इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि सही मूर्ति खरीदने से आपकी दिवाली शुभ होती है और माता की अपार कृपा भी आप पर बरसेगी। तो जानते हैं लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदते समय आखिर किन बातों का खास ध्यान रखा जा सकता है।
.# भगवान की मूर्ति खरीदते समय कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, क्योंकि आपकी छोटी सी गलती आपकी पूजा को असफल कर सकती है। इसलिए पूजन के लिए कभी ऐसी मूिर्त नहीं लेनी चाहिए जिसमें दोनों मूर्तियां आपस में जुड़ी हों।
# भगवान गणेश की मूर्ति खरीदते समय ध्यान दें कि उनकी सूंड दाएं तरफ मुड़ी होनी चाहिए। दाईं तरफ की सूंड शुभ नहीं मानी जाती। साथ ही एक बात और की सूंड में ज्यादा घुमाव नहीं होना चाहिए।
# गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि गणेशजी के हाथों में लड्डू जरूर हों। माना जाता है कि ऐसी मूर्ति खरीदने से घर में सुख और सृमद्धि आती है।
# जिसमें लक्ष्मीजी उल्लू पर बैठी हों, ऐसी मूर्ति खरीदने से बचना चाहिए। बल्कि वे कमल के फूल पर बैठी होनी चाहिए। साथ ही एक हाथ से आशीर्वाद देते हुए दिखें और दूसरे हाथ से धन की बारिश करती हुई दिखें। अगर ऐसी मूर्ति अपने घर लाते हैं, तो यकीनन आपके घर पैसों की बारिश होगी और देवी का आशीर्वाद भी बना रहेगा।
खड़ी हुई लक्ष्मीजी की प्रतिमा खरीदना क्यों नहीं खरीदें-
कहा जाता है कि पूजन के लिए लक्ष्मीजी की खरीदी जाने वाली प्रतिमा ऐसी होनी चाहिए जिसमें वह बैठी हों। खड़ी वाली प्रतिमा लेेकर न आएं। इसका पूजन करना अशुभ माना जाता है।