इंदौर। जीएसटी के विरोध की आवाज गुजरात चुनाव में जोर से सुनाई दी थी। माना जा रहा था कि मध्यप्रदेश चुनाव तक व्यापारी जीएसटी को अपना भाग्य मान लेगा और उसको इसकी आदत हो जाएगी, परंतु ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है। व्यापारियों ने भी जीएसटी के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। दो टूक कहा है कि जीएसटी ने व्यापारियों को परेशान करके रख दिया है। स्वभाविक है, ये नाराजगी भाजपा पर भारी पड़ सकती है।
जीएसटी पोर्टल से परेशान कर संगठनों की बैठक के बाद व्यापारी संगठनों ने भी जीएसटी के खिलाफ फिर से आवाज उठाना शुरू कर दी है। अहिल्या चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने इस संबंध में घोषणा करते हुए कहा कि जीएसटी के खिलाफ अगर नेशनल एक्शन कमेटी ऑफ जीएसटी प्रोफेशनल्स राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करती है तो उनके साथ हम भी हैं और हमारे साथ इंदौर से जुड़े 70 से ज्यादा व्यापारी संगठन भी इस आंदोलन का साथ देंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल और महामंत्री सुशील सुरेका ने कहा कि जीएसटी को लेकर हम शुरू से कहते आए हैं कि यह जटिल है, एकदम से थोपा गया है।
पोर्टल की समस्याओं के कारण व्यापारी परेशान हो रहे हैं। कर संगठनों की यह बात एकदम सही है कि इसके कारण कई कर सलाहकार बीपी, शुगर जैसी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। इसकी जटिलता से व्यापारी भी परेशान हैं। इसे लेकर नेशनल एक्शन कमेटी ने 31 अक्टूबर से राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करने की बात कही है।
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