भोपाल। विदेश राज्यमंत्री एवं पूर्व पत्रकार एमजे अकबर पर महिला पत्रकारों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के मामले में भाजपा एकमत नहीं है। सभी नेताओं ने अपने-अपने अनुभव और अनुमान के हिसाब से बयान दिए हैं। भाजपा में पहली बार है जब किसी राष्ट्रीय मुद्दे पर एक समान बयान नहीं आ रहे हैं। आइए देखते हैं किसने क्या कहा:
मैं कोई बयान नहीं देना चाहती: उमा भारती
मध्य प्रदेश के सागर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जन्म शताब्दी के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची उमा ने कहा, 'मैं इस मामले पर कुछ नहीं कहना चाहती। अकबर से जुड़ा मामला तब का है जब वह केंद्र सरकार में मंत्री नहीं थे। यह मामला पूरी तरह महिला और अकबर के बीच है। लिहाजा मैं इस पर कुछ नहीं कह सकती। पत्रकारों ने जब उमा से पूछा कि आप हमेशा महिलाओं के हितों की बात करती रही है, लेकिन इस मामले पर पीछे क्यों हट रही हैं, तो केंद्रीय मंत्री इसके बाद भी इस पर कुछ नहीं बोलीं और चुप्पी साधे रखी।
हम एक कमिटी बनाएंगे जो हर मामले की जांच करेगी: मेनका गांधी
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने #MeToo मूवमेंट के तहत सामने आ रहे मामलों की जांच के लिए कमिटी बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा, 'मीटू अभियान के तहत आने वाले सभी मामलों की जांच के लिए मैंने एक कमिटी बनाने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें सीनियर न्यायिक अधिकारी और कानून के जानकार शामिल होंगे। यह कमिटी यौन शोषण की शिकायतों से निपटने के सभी तरीकों और इससे जुड़े कानूनी और संस्थागत फ्रेमवर्क तैयार करने में मदद करेगी।
देखना पड़ेगा, ये सच हैं या गलत: अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने अकबर पर लगे शोषण के आरोपों पर कहा है कि देखना पड़ेगा, ये सच हैं या गलत। हमें उस शख्स के पोस्ट की सत्यता जांचनी होगी, जिसने आरोप लगाए हैं। मेरा नाम इस्तेमाल करते हुए भी आप कुछ भी लिख सकते हैं। इस मामले की जांच की जाएगी या नहीं, इस पर उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया लेकिन शाह ने इतना जरूर कहा कि 'इस पर जरूर सोचेंगे।
पीड़ित महिलाओं का मजाक नहीं उड़ाया जाना चाहिए: स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को ‘मी टू’ अभियान के तहत मशहूर हस्तियों पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिलाओं का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि उन महिलाओं के साथ इंसाफ होना चाहिए जो अपनी बात रख रही हैं। ईरानी ने कहा कि मैंने इस खास मुद्दे पर बार-बार कहा है कि विशेष तौर पर अपनी आपबीती सामने रख रही महिलाओं को किसी भी तरह शर्मिंदा नहीं होना चाहिए। उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए और उनका मजाक नहीं उड़ाया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महिलाएं उत्पीड़न का शिकार बनने नहीं बल्कि अपने सपने को साकार करने, सम्मानजनक जिंदगी जीने के लिए काम करने जाती हैं।
महिलाओं के साथ इंसाफ होना चाहिए: स्मृति ईरानी
ईरानी ने कहा कि इसलिए, मैं आज यहां कहूंगी कि अपने पेशेवर जिंदगी में महिलाओं के साथ जो कुछ हुआ, उसके बारे में सामने आकर बोलना बहुत मुश्किल भरा होगा। लेकिन हमारे समाज में इस वक्त अहम बात है कि अधिकाधिक महिलाओं को समर्थन मिल रहा है ताकि वे बोल सके। उन्होंने कहा कि मैं महसूस करती हूं कि हमारे न्यायिक और पुलिस तंत्र में इंसाफ के पर्याप्त उपाय हैं और मैं आशान्वित हूं कि जो महिलाएं बोल रही हैं उन्हें उचित प्रक्रिया के तहत इंसाफ मिलेगी जिसकी वे हकदार हैं।
एमजे अकबर को बयान देना चाहिए: स्मृति ईरानी
ईरानी ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगी एमजे अकबर के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जिन सज्जन पर आरोप है उन्हें बयान जारी करना चहिए। लेकिन मेरा मानना है कि संबंधित सज्जन को बयान देना है न कि मुझे क्योंकि मैं व्यक्तिगत रूप से वहां नहीं थी।
सुषमा स्वराज: #MeToo सुनते ही खिसक गईं
केंद्र सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से जब #MeToo के बारे में पूछा गया तो उन्होंने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मोदी सरकर में मंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद जब उनसे इस पर टिप्पणी मांगी गई तो वो बिना कुछ कहे, चुपचाप निकल गईं। आमतौर पर ट्विटर पर सक्रिय रहने वाली सुषमा ने इससे जुड़ा कोई ट्वीट भी नहीं किया है।
मैं हर पीड़ित महिला के साथ हूं: मंत्री हरसिमरत कौर
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने #MeToo को लेकर एक ट्वीट किया है. वो लिखती हैं कि जिस तरह इस अभियान के तहत महिलाओं के मामले मीडिया में सामने आ रहे हैं, उसे देखकर बहुत बुरा लग रहा है। "मैं हर उस महिला के साथ खड़ी हूं जो बाधाओं को तोड़कर समाज की बुराइयों के ख़िलाफ़ खड़ी हुई है।
मंत्री रविशंकर ने सवाल पूछने वाले पत्रकार को ही डांट दिया
वैसे विदेश मामलों के राज्य मंत्री एमजे अकबर पर लग रहे आरोपों पर मोदी सरकार में शामिल पुरुष मंत्रियों की ओर से भी कोई बात नहीं की गई है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से जब प्रेस कांफ्रेंस पर इस मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये प्रेस कांफ्रेंस जिस मुद्दे पर है उससे जुड़े सवाल पूछिए।
आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार मासूम नहीं है: भाजपा महिला अध्यक्ष
मध्य प्रदेश की भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष लता केलकर ने इस मामले में विवादास्पद बयान दिया है। लता केलकर ने कहा कि जिन महिला पत्रकारों ने आरोप लगाए हैं वह खुद भी इतनी मासूम नहीं हैं कि कोई उनका फायदा उठा सके। लता ने ये जवाब उस वक्त दिया जब रिपोर्टर्स ने उनसे MeToo अभियान में एमजे अकबर पर लगे आरोपों के बारे में पूछा। केलकर ने कहा एमजे अकबर एक पत्रकार रहे हैं और जो आरोप लगा रही हैं वह खुद भी पत्रकार हैं। ऐसे में दोनों की गलती है।
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