टिकट का टंटा: कमलनाथ दिल्ली में, सारा गणित गड़बड़ा गया | MP ELECTION NEWS

भोपाल। कांग्रेस में टिकट का टंटा हमेशा की तरह दिल्ली पहुंच गया है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी दिल्ली में हैं। बताया जा रहा है कि इनके पास 140 नामों की लिस्ट है। इसमें से 70 तो वो हैं जिनका टिकट पक्का माना जा रहा है। शेष 70 पर कशमकश जारी है। गुटबाजी पूरी तरह से खुलकर दिखाई देने लगी है। दावेदार अपने अपने नेताओं के संपर्क में हैं। राहुल गांधी के पास फिलहाल कोई फार्मूला नहीं है। 

अगस्त में होनी थी घोषणा
प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले कमलनाथ सहित ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कई बार यह बयान दिए थे कि प्रत्याशियों की घोषणा समय रहते कर दी जाए। कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अगस्त में घोषणा का बयान दिया था परंतु कमलनाथ के ज्यादातर बयानों की तरह यह भी हवाई बयान ही रह गया। अगस्त के बाद सितम्बर की 2 तारीखें दी गईं। वो भी निकल गईं। अब नया बहाना हाथ आ गया है। पितृपक्ष के नाम पर नामों का ऐलान नहीं किया जाएगा। नवरात्रि में भी केवल उन्हीं 70 नामों का ऐलान किया जाएगा जिसकी लिस्ट लीक हो चुकी है। 

कमलनाथ के भरोसे थे राहुल, अब संकट सामने है
दरअसल, कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले कई दावे किए थे। उन्होंने कहा था कि गुटबाजी खत्म हो जाएगी लेकिन वो स्पष्ट नजर आ रही है और 2013 की तुलना में थोड़ी सुर्ख नजर आ रही है। कमलनाथ ने फंड जुटाने का दावा किया था परंतु कांग्रेस की गरीबी पीसीसी में साफ दिखाई देती है। कमलनाथ ने गठबंधन का ऐलान किया था परंतु मायावती से रिश्तों का दम फुस्स नजर आया। राहुल गांधी ने कमलनाथ की बातों पर भरोसा करके कोई फार्मूला नहीं बनाया। प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया को भी औपचारिकताओं के लिए छोड़ दिया गया था। अब संकट सामने है। मध्यप्रदेश में सवर्ण आंदोलन की काट नजर नहीं आ रही है। लोग शिवराज सरकार से नाराज हैं परंतु कांग्रेस के साथ नहीं आ रहे। दावेदारों की फौज है परंतु जीत की गारंटी 150 पर भी नजर नहीं आ रही है। 
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