ग्वालियर। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुंगावली-कोलारस उपचुनाव के दौरान ये शपथ ली थी कि 'मैं जब तक शिवराज सरकार को उखाड़ नहीं फेंकूंगा तब तक फूलों की माला नहीं पहनूंगा। उन्होंने कहा था कि वे गांधीवादी हैं और जब तक शिवराज सरकार को नहीं उखाड़ फेंकते तब तक फूलों की बजाय सूत की माला पहनेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ये शपथ लंबे वक्त तक निभाई भी, लेकिन ग्वालियर में 15 अक्टूबर को राहुल गांधी के रोड शो के दौरान ज्योतिरादित्य फूलों की माला पहने दिखाई दिए। रोड शो के दौरान काफी वक्त तक उनके गले में ये फूलों की माला पड़ी रही जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद बिना मालाओं के नजर आ रहे थे।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंदसौर गोलीकांड, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें, शिवराज सरकार के अधूरे वादों जैसे कई मुद्दों के विरोध में फूलों की माला ना पहनने की घोषणा की थी, जिसके बाद से उनके प्रशंसक भी उन्हें कभी फल-सब्जियों की तो कभी सूत की माला पहनाने लगे थे, लेकिन अपने गढ़ ग्वालियर में जनता के बीच जाते हुए उत्साह में शायद सिंधिया अपनी ये शपथ भूल गए और रोड शो के दौरान फूलों की माला पहने हुए दिखाई दिए।
ग्वालियर के नरेश हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया!
कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज भी ग्वालियर का महाराजा ही माना जाता है। वो खुद भी स्वयं को गवालियर रियासत का महाराजा मानते हैं। टिकट वितरण के दौरान वो उन सभी सीटों पर अपना एकाधिकार जताते हैं जो सीटें आजादी से पहले ग्वालियर रियासत में आती थी।
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