भोपाल। मप्र स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स की भर्ती घोटाला के खुलासे के बाद अब पूरी प्रक्रिया को निरस्त किया जा रहा है। चुनाव बाद नया विज्ञापन जारी किया जाएगा और सारी प्रक्रिया से फिर से शुरू होगी। इस बीच विभागीय जांच में घोटाले के जिम्मेदार अधिकारियों को लिस्टेड किया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डीबी स्टार द्वारा किए गए खुलासे के बाद प्रभारी प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल ने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज डायरेक्टर डॉ. बीएन चौहान से तलब किए हैं। स्टाफ नर्स की भर्ती गजराराजा मेडिकल कॉलेज के लिए की जानी थी। डायरेक्टर हेल्थ ने इसके लिए गजराराजा मेडिकल कॉलेज डीन को भर्ती प्रक्रिया कराने के लिए पत्र लिखा, लेकिन सीएमएचओ ने स्टाफ नर्स की भर्ती कर मेडिकल कॉलेज भेज दी।
मार्च 2018 से ये सभी नर्सें कमलाराजा अस्पताल के स्पेशल केयर न्यू बोर्न यूनिट में काम कर रही हैं। सीएमएचओ ने भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी नहीं किया। वर्ष 2015 के एक कॉमन विज्ञापन को आधार बनाकर नर्सों की भर्ती कर दी।
जांच में सभी दोषी अधिकारी सामने आ जाएंगे
हमने नर्सिंग भर्ती से संबंधित सभी दस्तावेज डायरेक्टर डॉ. बीएन चौहान से मंगाए हैं। दस्तावेजों की जांच के बाद ही कोई एक्शन लिया जाएगा। पता लगाएंगे कि बिना विज्ञापन प्रकाशित कराए नर्सों की भर्ती कैसे कर ली गई? इस मामले में दोषी पाए जाने वाले सभी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पल्लवी जैन गोविल, प्रभारी प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य विभाग, मप्र