भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आदर्श चुनाव संहिता लागू होने से ठीक पहले आयोजित कैबिनेट की मीटिंग में गाय अनुसंधान केंद्र के लिए नामांकित की गई जमीन गोल्फ कोर्स के लिए एलॉट कर दी। मीटिंग के दौरान मंत्रियों ने भी आपत्ति उठाई थी परंतु सैद्धांतिक सहमति दे दी गई। अब शिवराज सिंह फंस गए हैं क्योंकि यह मामला देर से ही सही, सोशल मीडिया पर मुद्दा बनता जा रहा है।
गौ भक्तों ने उठाई आवाज
भाजपा नेता एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ इस मुद्दे को कांग्रेस लपक नहीं पाई, लेकिन गौ भक्तों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोगों को समझाया जा रहा है कि 'गोल्फ' रईसों का खेल है। इस खेल के लिए शिवराज सिंह ने गाय अनुसंधान केंद्र की जमीन आवंटित कर दी। अत: शिवराज सिंह गाय विरोधी हैं।
आचार संहिता के कारण उलझ गए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बात संभालने में माहिर हैं परंतु आचार संहिता लग जाने के कारण अब वो इस बारे में कोई सफाई भी नहीं दे पा रहे हैं। कांग्रेस के अलावा कई एक्टिविस्ट और मीडिया संस्थान लगातार शिवराज सिंह के शब्दों पर ध्यान दे रहे हैं। ऐसी हालत में शिवराज सिंह खुद कोई गलती कर नहीं सकते और यदि स्पष्टीकरण नहीं दिया तो नाराज गौ भक्तों के वोट खतरे में आ जाएंगे।
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