भाेपाल। विधानसभा चुनाव ड्यूटी के लिए गुरुवार काे जारी लिस्ट में भारी गड़बड़ी सामने आई हैं। आलम यह है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को पीठासीन अधिकारी (पीओ) बनाया गया है जबकि, डिप्टी कंट्रोलर को पीओ-2 बनाया गया है। यही नहीं, कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी दो-दो स्थानों पर लगा दी गई है। इसके अलावा नगर निगम की जलकार्य शाखा के अमले को भी चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया है। जबकि जलकार्य अति आवश्यक सेवा है। यह पहला मौका है जब निगम की जलकार्य शाला के कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है। चुनाव ड्यूटी के प्रशिक्षण शनिवार से शुरू हो रहे हैं। ऐसे में अधिकारी और कर्मचारी असमंजस में हैं।
नापतौल विभाग में पदस्थ अब्दुल मजीद प्रयोगशाला सहायक (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) हैं। इन्हें पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। जबकि, इसी विभाग के डिप्टी कंट्रोलर आरएल बरहादिया को पी-2 की जिम्मेदारी दी गई है। भेल कॉलेज में पदस्थ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भूपेंद्र मिश्रा को पीठासीन अधिकारी बनाया है। वहीं बेनजीर कॉलेज में पदस्थ भागीरथ शाक्य और सुशील कुमार मातुरकर प्रयोगशाला परिचारक (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) को पीठासीन अधिकारी बनाया है।
लिपिक आशीष बाथम की ड्यूटी दो जगह लगा दी गई है। इसी प्रकार नगर निगम के वार्ड प्रभारी रजनीश श्रीवास्तव की ड्यूटी भी दो जगह लगी है। अब इन कर्मचारियों को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर दो जगह पर एक साथ ड्यूटी कैसे कर पाएंगे। यही नहीं, हाईकोर्ट और भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशाें के बाद भी प्रोफेसरों की ड्यूटी पद आैर वेतनमान में कम अधिकारियों के अधीन लगाई गई है।
जांच ओर हस्ताक्षर के बाद कलेक्टर बोले टाइपिंग मिस्टेक
टाइपिंग मिस्टेक के कारण इस तरह की गलतियां हुई हैं। इनमें संशोधन करा दिया जाएगा। अभी चुनाव ड्यूटी प्रशिक्षण और संशोधन का काम चल रहा है।
सुदाम खाडे, कलेक्टर