इंदौर। बीएड चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने कोर्स अवधि पूरी होने के बावजूद परीक्षा नहीं करवाने को लेकर शनिवार को विश्वविद्यालय में हंगामा किया। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय की लापरवाही से कोर्स छह महीने पिछड़ चुका है। इससे संविदा शिक्षक की भर्ती परीक्षा के लिए वे आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर अधिकारियों ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है। दोपहर एक बजे एनएसयूआई के छात्र नेता जावेद खान के नेतृत्व में बीएड के 50 से ज्यादा छात्रों ने प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सत्र 2016-18 में दाखिला लिया था।
नियमानुसार जुलाई 2018 तक कोर्स पूरा होना था, लेकिन अभी तक थर्ड सेमेस्टर का रिजल्ट नहीं आया और न चौथे सेमेस्टर की परीक्षा हुई। विश्वविद्यालय की लापरवाही से संविदा शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों ने बीएड का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इससे वहां के छात्र भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो गए हैं। छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी और छात्र कल्याण संघ के अध्यक्ष डॉ. एलके त्रिपाठी के सामने समस्या रखी। अधिकारियों ने जल्द परीक्षा करवाने का आश्वासन दिया।
छात्रों का कहना है कि पांच अक्टूबर को वर्ग-एक और 12 अक्टूबर को वर्ग-दो के लिए संविदा शिक्षक को लेकर आवेदन करने की आखिरी तारीख है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभाग को इन विद्यार्थियों को भर्ती प्रक्रिया में आवेदन करने की अनुमति देने पर जोर दिया है। साथ ही उन्होंने इंटरव्यू प्रक्रिया तक रिजल्ट घोषित करने का कहा है, ताकि इन छात्रों के दस्तावेज समय पर सत्यापित किए जा सकें। छात्रों ने कलेक्टर से भी गुहार लगाने की बात कही है।