नई दिल्ली। गुजरात में हिंदीभाषी और बाहरी नागरिकों के खिलाफ चल रहे हिंसक हमलों के बीच आज एक युवक की हत्या कर दी गई। वो 15 साल से गुजरात में रह रहा था। उसने यहां पक्का मकान भी बना लिया था। उसका कहना था कि अब वो गुजराती ही है। बिहार में उसका कुछ नहीं है। युवक विवाहित था और उसके 2 बच्चे भी हैं। उसका वोटर कार्ड, आधार कार्ड सब गुजरात का था। बस वो बिहार मूल का था।
गया (बिहार) का मूल निवासी अमरजीत गुजरात के सूरत शहर में पिछले 15 साल से रह रहा था। वह पंडेश्वरा इलाके में स्थित एक मिल में काम करता था और वहां मजदूरों की आपूर्ति भी किया करता था। शुक्रवार शाम वह मिल से घर वापस लौट रहा था तभी हिंसक भीड़ ने उसकी हत्या कर दी।
अमरजीत 15 साल पहले वहां रोजगार की तलाश में गया था और काफी मेहनत करके उसने वहां घर भी बना लिया था और शादी भी कर ली थी। अमरजीत के दो बच्चे भी हैं। वह बिहार में गया जिला के कोंच थाना के कौड़िया गांव का निवासी था। घटना की सूचना के बाद से ही परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है।
अमरजीत के पिता राजदेव सिंह रिटायर्ड सैनिक हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा काफी मेहनती था और उसकी मदद से पूरा परिवार खुशी-खुशी अपना जीवन निर्वाह कर रहा था, पर इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है।
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