नवरात्रि इस बार 10 अक्टूबर से शुरू हो रही हैं। नवरात्रि में व्रत रखने का धार्मिक महत्व तो है ही साथ में वैज्ञानिक महत्व भी है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक है। कई लोग शुरू और आखिरी दिन में व्रत करते हैं, वहीं कुछ लोग पूरे नौ दिनों का व्रत करते हैं। मधुमेह के मरीज (diabetic patient) ये व्रत कर तो लेते हैं, लेकिन बाद में उन्हें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि नवरात्रि व्रत (navratri fast) में डायबिटीज रोगी किन बातों का ध्यान रखकर अपना व्रत पूरा कर सकते हैं। वे क्या खा सकते हैं और क्या नहीं।
मधुमेह रोगी नवरात्रि में क्या खाएं
अगर डायबिटिक पेशेंट व्रत कर भी रहे हैं तो उपवास में ऐसी डाइट लें जो उन्हें एनर्जी देने के साथ उनकी कैलोरी कंट्रोल में रखे। कम मात्रा में नियमित आहार लें। इससे शरीर में एनर्जी लेवल बैलेंस रहेगा और शरीर में कमजोरी का अहसास नहीं होगा।
मधुमेह रोगी नवरात्रि में क्या नहीं खाएं
व्रत के दौरान डायबिटीज (diabities) के मरीज एक बात का खास ध्यान रखें कि उपवास में मीठे फल, मिठाइयां या मीठे फलहार का सेवन बिल्कुल न करें। तले हुए व्यंजन बिल्कुल न खाएं। इससे शरीर में फैट और ग्लूकोस की मात्रा बढ़ती है। साथ ही चाय और कॉफी का सेवन बहुत कम यानि सीमित मात्रा में ही करें।
- आलू, केला, अनार, चीकू का सेवन बिल्कुल न करें।
- व्रत में आलू खाने से बचें। कोशिश करें कि इसकी जगह साबूदाना खाएं।
तो क्या खाएं डायबिटीज के मरीज
- हाई फाइबर और हाई प्रोटीन डाइट लें।
- बिना चीनी के टोन्ड दूध का सेवन करें।
- खाने में कट्टू के आटे की रोटी फायदेमंद रहेगी।
- खाना लो फैट और लो कार्बोहाइड्रेट वाला हो।
- मीठे से परहेज करें और सेंधा नमक लें।
डायबिटीज के मरीज ड्रिंक में क्या ले सकते हैं-
डायबिटीज के रोगी व्रत के दौरान पानी व नींबू पानी, नारियल पानी, दूध और मठे का सेवन कर सकते हैं। इससे डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होगी। यदि किसी को डायबिटीज ज्यादा है तो वह व्यक्ति बीच-बीच में डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें और चैकअप करा लें।
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