नई दिल्ली। सीबीएसई स्कूलों का काम अब पूरी तरह से पढ़ाई-लिखाई तक सीमित रहेगा। स्कूल फीस के अलावा किसी तरह की अतिरिक्त राशि नहीं वसूल सकेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सीबीएसई स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी करते हुए यह जानकारी दी।
नई गाइडलाइन की सबसे बड़ी बात यह है कि पालक किसी भी दुकान से किताबें और यूनिफॉर्म खरीद सकेंगे यानी स्कूल किसी खास दुकान से ये चीजें खरीदने के लिए बाध्य नहीं कर सकेंगे। हर स्कूल के लिए खेल अनिवार्य किया गया है। बीते दिनों किए गए एक अन्य अहम बदलाव में 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए अच्छी खबर आई थी। अगले साल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं की बोर्ड परीक्षा में छात्रों को लिखित व आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा (प्रैक्टिकल) में पास होने के लिए कुल 33 फीसद अंक ही लाने होंगे।
सीबीएसई के सूत्रों ने बताया कि यह प्रणाली अगले साल 2019 में होने वाले 10वीं की बोर्ड परीक्षा में लागू की जाने की संभावना है। सीबीएसई 10वीं बोर्ड की लिखित परीक्षा में पहले 80 में से 33 फीसद अंक लाना पास होने के लिए अनिवार्य था। प्रैक्टिकल के 20 अंकों में से भी 33 फीसद अंक अनिवार्य होता था।
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