रतलाम। बड़े ही धूमधाम के साथ प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना की शुरूआत की गई थी। इस योजना के लिए कई लोगों ने अपनी सब्सिडी गिवअप कर दी। दावे किए गए थे कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को चूल्हे से मुक्ति दिलाई जाएगी। समारोहों के साथ प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के सिलेंडर वितरित भी हुए परंतु अब हालात बदल रहे हैं। योजना के तहत लाभान्वित हुईं उज्ज्वलाएं वापस चूल्हे पर लौट रहीं हैं। करीब आधी महिलाओं ने फिर से चूल्हा फूंकना शुरू कर दिया है।
उज्जवला के 90 हजार गैस कनेक्शन
इस महीने भी सिलेंडर 59.50 रुपए महंगा हुआ है। सितंबर में जो सिलेंडर 899 रुपए में मिल रहा था 958.50 रुपए में मिल रहा है। पिछले महीने तक 389 रुपए गैस सब्सिडी आ रही थी। अब 442 रुपए गैस सब्सिडी मिल रही है। गैस सिलेंडर चार महीने में 233 रुपए महंगा हुआ है। उज्जवला योजना में सब्सिडी मिलती है लेकिन छह से सात दिन बाद अकाउंट में आती है। इसके पहले सिलेंडर के लिए राशि नकद देना पड़ती है। इससे बुकिंग लगातार कम हो रही है।
उज्जवला योजना में जिले में 90 हजार से ज्यादा गैस कनेक्शन हुए है। सभी कनेक्शन निशुल्क दिए है। बड़ी संख्या में लोगों ने घरों को धुआं मुक्त किया है। लेकिन अब गैस सिलेंडर के लगातार बढ़ते दामों के कारण बुकिंग कराने में पीछे हट रहे हैं। उज्जवला योजना सहित अन्य कनेक्शनों को मिलाकर जिले में गैस उपभोक्ताओं की संख्या 2.35 लाख तक पहुंच गई है। गैस ऐजेंसी संचालक बता रहे हैं कि योजना के तहत चार माह पहले रोज 1300 सिलेंडर बुक होते थे। अब 600 से 650 सिलेंडर ही बुक हो रहे हैं।
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