भोपाल। मध्यप्रदेश की चुनावी राजनीति में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक्टिव हो चुका है। सामान्यत: आरएसएस के सर्वे और गोपनीय रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं होते परंतु एक गोपनीय रिपोर्ट वाट्सएप पर वायरल हो रही है। सही से ज्यादा गलत लग रही है परंतु चुनाव में कब सही को गलत और गलत को मान लिया जाए कोई नहीं जानता। यह रिपोर्ट आरएसएस दिल्ली के लेटरहेड पर है। माना जा रहा है कि इसे अमित शाह के पास भेजा गया है।
क्या लिखा है RSS के नाम पर वायरल की गई फर्जी गोपनीय रिपोर्ट में
सीएम शिवराज सिंह: रेत एवं भ्रष्टाचार के कारण बुधनी में विरोध, विदिशा से लड़ाने का सुझाव।
जयंत मलैया: दमोह में स्थिति खराब, किसी युवा को टिकट देने का सुझाव।
गोपाल भार्गव: क्षेत्र में अच्छा प्रभाव लेकिन बेटा विवादित है।
गौरीशंकर शेजवार: स्थिति खराब, किसी युवा को टिकट देने का सुझाव।
नरोत्तम मिश्रा: स्थिति ठीक नहीं परंतु सुधारी जा सकती है।
कुसुम मेहदेले: नए उम्मीदवार को उतारना उचित होगा।
विजय शाह: विवादित मंत्री लेकिन क्षेत्र में पकड़।
गौरीशंकर बिसेन: विवादित मंत्री लेकिन क्षेत्र में अच्छी स्थिति।
रुस्तम सिंह: जमीनी स्थिति कमजोर, पुत्र प्रेम के कारण विवादित।
ओमप्रकाश धुर्वे: मजबूत स्थिति।
उमा शंकर गुप्ता: जीत की गारंटी। रिपोर्ट में उमा शंकर गुप्ता को उमाशंकर सिंह लिखा गया है।
अर्चना चिटनीस: जीत की प्रबल संभावना।
यशोधरा राजे सिंधिया: ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए चुनाव से मना कर सकतीं हैं।
पारस जैन: बड़ा विरोध नहीं लेकिन युवा को अवसर देने का सुझाव।
राजेन्द्र शुक्ला: रायशुमारी के आधार पर निर्णय उचित।
अंतर सिंह आर्य: विवादित लेकिन लोकप्रिय।
रामपाल सिंह: क्षेत्र बदलना चाहिए।
लाल सिंह आर्य: विवाद के कारण इस बार टिकट नहीं देना चाहिए।