बैतूल। आरएसएस के अखिल भारतीय घोष वर्ग प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में आए सर संघ चालक मोहन भागवत ने घोष वादन का प्रशिक्षण ले रहे स्वयंसेवकों से सीधी बात की। पहले स्वयंसेवकों से प्रशिक्षण के दौरान सीखी रचनाओं को सुना।
इस दौरान उन्होंने कहा हम अपने आनंद के लिए नहीं, अपितु विश्व कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। कई बार अच्छे वादक व गायक को अपने गुण का अहंकार हो जाता है। जिसको अहंकार हो जाता है वह लोगों को जोड़ नहीं सकता। अतः कार्यकर्ता को अहंकारी नहीं होना चाहिए। भारत-भारती आवासीय विद्यालय परिसर में 25 सितंबर से 20 दिवसीय अखिल भारतीय घोष वर्ग प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। इस प्रशिक्षण में देश भर के एक सैकड़ा से अधिक कार्यकर्ता वर्ग में सुबह-शाम घोष की नई-नई रचनाओं के बजाने का अभ्यास कर रहे हैं।
रविवार सुबह सरसंघ चालक घोष वादकों का मार्गदर्शन करेंगे। यहां देश भर से जुटे करीब 150 उन स्वयं सेवको से चर्चा करेंगे जो यहां बीते एक पखवाड़े से संघ के बैंड का प्रशिक्षण ले रहे है। संघ प्रमुख 14 अक्टूबर की दोपहर नागपुर के लिए रवाना हो जाएंगे।
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