वैसे ऐसा कहा जाता है कि वर्कप्लेस पर काम का बोझ भारतीयों में सबसे ज्यादा है। ऐसा नहीं है, काम का प्रेशर तो चाहे भारत हो या फिर विदेश सब जगह बराबर होता है, लेकिन फर्क इन जगहों के वर्क लॉज का है। जी हां, दुनिया के कई देशों में ऐसे कई वर्क लॉज (Work Laws) हैं, जो काफी दिलचस्प हैं। खास बात ये है कि ये कानून कर्मचारियों की सहूलियत और उन पर वर्कप्रेशरी को कम करने के लिए ही बनाए गए हैं। इसलिए इन कानून का पालन करना हर कर्मचारी का फर्ज है, ऐसा न करने पर यहां सजा भी दी जाती है। हालांकि भारत में अब तक कर्मचारियों के लिए ऐसा कोई कानून नहीं बना है, लेकिन दुनिया के इन देशों के दिलचस्प वर्क लॉज से सबक जरूर लिया जा सकता है। तो जानिए क्या हैं इन देशों के काम करने के मजेदार कानून।
ऑस्ट्रिया- ऑस्ट्रिया का वर्क लॉज काफी मजेदार और एम्प्लॉयीज को सुकून देने वाला है। यहां काम कर रहे हर कर्मचारी को 6 महीनेे बाद 30 दिनों की एनुअल पेड लीव दी जाती है। ये रूल उन लोगों के लिए हैं जो यहां 25 साल से काम कर रहे हैं। यदि कोई कर्मचारी 25 से ज्यादा साल से काम कर रहा है तो इन वैकेशन्स को बढ़ाकर 36 दिन कर दिया जाता है।
बैल्जियम- यहां जॉब के दौरान घूमने के लिए छुट्टी लेना हर कर्मचारी का अधिकार है। इसे यहां करियर ब्रेक कहते हैं। इस कानून के तहत कर्मचारी चाहे तो एक साल का भी ब्रेक घूमने के लिए ले सकता है। अच्छी बात ये है कि इस एक साल में उनकी सैलरी से एक पैसा तक नहीं काटा जाता, बल्कि उल्टा उन्हें फिर से जॉब को कंटीन्यू करने का कंफर्मेशन मिल जाता है। यकीनन बैल्जियम का ये कानून कर्मचारियों को रिलेक्स्ड तो बनाता ही है साथ ही उन्हें काम करने की नई उर्जा भी प्रदान करता है।
फ्रांस- फ्रांस कंपनीज का मानना है कि कभी-कभी कर्मचारियों को मानसिक तौर पर भी शांति मिलनी चाहिए। फ्रेंच नेशनल असेंबली में पारित हुए बिल में यहां के हर कर्मचारी को ये अधिकार मिला कि छुट्टी या आराम के दिनों में वे किसी तरह के डिजिटल टूल जैसे फेसबुकम, ईमेल्स आदि का इस्तेमाल नहीं कर सकते। ये कानून कर्मचारियों की हेल्थ को देखते हुए बनाया गया था। इसके साथ ही कर्मचारी यदि छुट्टी पर है तो उसे 11 घंटे तक ऑफिस संबंधित मेल का जवाब न देने का भी पूरा अधिकार है।
यूरोप- यूरोप में काम के सिलसिले में कहीं बाहर घूमना भी काम करने के अंतर्गत ही आता है। ये कानून न केवल अपने कर्मचारियों को हेल्थ एंड सेफ रखने के लिए बनाया गया बल्कि उनके एक्सप्लोरेशन के लिए भी ये कानून काफी फायदेमंद है।
पुर्तगाल- इस देश में जैसे कर्मचारी भगवान माने जाते हों और कर्मचारियों के लिए ऑफिस एक स्वर्ग। जी हां, पुर्तगाल कुछ देश ही ऐसा है, जहां कर्मचारियों को किसी भी हालात में कभी भी नौकरी से नहीं निकाला जा सकता। ऐसा करना यहां के वर्क लॉज के खिलाफ है। इसलिए यहां के एम्प्लॉयीज फ्री और रिलेक्स्ड माइंड के साथ काम करते हैं।
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