जयपुर। अब विद्यार्थियों को सामान्य शिक्षा के साथ ही एडिशनल रूप से व्यावसायिक शिक्षा भी मिलना शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग की ओर से तीन साल से जिले के 25 स्कूलों में यह प्रयोग किया जा रहा है। खास बात यह है कि 9वीं क्लास से सामान्य पढ़ाई के अतिरिक्त विद्यार्थी पांच ट्रेड में व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन्हें 12वीं पास आउट करते ही तीन वर्षीय सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को जॉब भी मिल सकेगा।
वर्तमान में समग्र शिक्षा अभियान की ओर से विद्यार्थियों के ब्यौरे को ऑनलाइन किया जा रहा है। इसमें फायदा यह होगा कि विद्यार्थी को संबंधित ट्रेड में कंपनियां भी कॉल कर बुला सकेंगी। शिक्षा विभाग की ओर से सामान्य शिक्षण के साथ ही व्यावसायिक रूप से विद्यार्थियों को सक्षम बनाने के लिए साल 2015 में जिले के 25 स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा शुरू की। इसमें विद्यार्थियों को अतिरिक्त कोर्स के रूप में पढ़ाई कराई जा रही है।
वर्तमान में हैल्थकेयर, आईटी, ब्यूटी एंड वेलनेस, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्राॅनिक्स ट्रेड की पढ़ाई और प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक स्कूल में अलग-अलग ट्रेड संचालित हैं। व्यावसायिक शिक्षा प्रभारी संजय गुप्ता ने बताया कि कक्षा 12वीं पास करने के बाद विद्यार्थियों को तीन वर्षीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को जॉब में प्राथमिकता मिल सकेगी। अधिक अवसर मिल सकें, इसको लेकर स्कूलों से पासआउट करने वाले और अध्ययनरत 2092 विद्यार्थियों का ब्यौरा शाला दर्पण पर ऑनलाइन किया जा रहा है।
Employable Education की ओर बढ़ाए कदम
व्यावसायिक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा देना है। इससे बारहवीं के बाद विद्यार्थी सीधे स्वयं का व्यवसाय कर आत्मनिर्भर बन सके। विशेषकर बालिकाओं को आत्मनिर्भर करना है। इससे उन्हें आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। कई सारे ट्रेड में बारहवीं बाद भी अग्रीम शिक्षा का प्रावधान है। इससे विभाग के पास इन विद्यार्थियों का संपूर्ण डाटा उपलब्ध रहेगा।