अयोध्या। शिवसैनिकों के जत्थे आना शुरू हो गए हैं। सैंकड़ों तादाद में शिवसैनिक अयोध्या पहुंच रहे हैं। वो जोर जोर से नारे लगा रहे हैं 'हर हिंदू की यही पुकार पहले मंदिर फिर सरकार'। माना जा रहा है कि अयोध्या में शिवसैनिकों का यह प्रदर्शन 4 राज्यों के चुनाव पर भी असर डाल सकता है।
अयोध्या में रविवार को वीएचपी की ओर से आयोजित धर्मसभा से पहले यहां स्थिति काफी तनावपूर्ण है। शहर के लोग किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे भी 24 नवंबर को अयोध्या पहुंचने वाले हैं। यहां उनका संतों से मिलने का कार्यक्रम है। वीएचपी की धर्मसभा में दो लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है। उधर, शहर के लोग इन आयोजनों को लेकर काफी आशंकित हैं। हिंदू और मुस्लिम परिवारों ने तनाव और हालात बिगड़ने के डर से राशन जमा करना शुरू कर दिया है।
शिवाजी के जन्मस्थल की मिट्टी ले अयोध्या पहुंचेंगे उद्धव
उद्धव ने गुरुवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली शिवनेरी किले में पूजा-पाठ कर वहां की मिट्टी कलश में भरी। इस अवसर पर ठाकरे ने कह कि वह यह कलश लेकर अयोध्या जाएंगे। गौरतलब है कि शनिवार को ठाकरे कलश लेकर मुंबई से आयोध्या के लिए रवाना होंगे। मिट्टी के उस कलश को ठाकरे राम जन्मभूमि स्थल के महंत को सौंपेंगे। इसके साथ ही साधु-संतों के साथ इस मामले पर बैठक भी करेंगे। अयोध्या में उद्धव ठाकरे रामलला के दर्शन करने के साथ ही सरयू तट पर पूजा करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो जाना चाहिए। ठाकरे के अयोध्या पहुंचने से पहले ही बड़ी संख्या शिवसैनिक वहां पहुंच गए हैं और उनके स्वागत की तैयारी चल रही है। गुरुवार को एक विशेष ट्रेन से शिवसैनिकों का जत्था अयोध्या के लिए रवाना हुआ था जो अयोध्या पहुंच गया है।
अयोध्या में धारा 144 लागू
हालांकि, अयोध्या और फैजाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है, लेकिन गुरुवार को वीएचपी को रोड शो करने से रोका नहीं जा सका। इस रोड शो का नेतृत्व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया। वे रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे का नारा लगा रहे थे। वीएचपी लीडर भोलेंद्र सिंह ने कहा, 'हम राम जन्मभूमि की लड़ाई लड़ने जा रहे हैं।' वीएचपी का रोड शो फैजाबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों से होकर भी गुजरा, हालांकि इस दौरान वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे।
1992 जैसे हालात की आशंका
उधर, अयोध्या के व्यापारियों ने वीएसपी की इस सभा का विरोध करने का फैसला किया है। दरअसल, 6 दिसंबर 1992 जैसी घटना की आशंका में अयोध्या के व्यापारियों ने वीएचपी के रोड शो के बहिष्कार का फैसला किया। उनकी संस्था संयुक्त व्यापार मंडल, फैजाबाद ने गुरुवार को कहा कि वह रविवार को वीएचपी की होने वाली धर्मसभा का विरोध करेगी और मुंबई से यहां आ रहे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को काला झंडा दिखाएगी।
निषेधाज्ञा में भी हुआ रोड शो
हालांकि, वीएचपी की ताजा गतिविधियों के मद्देनजर अयोध्या और फैजाबाद को किले में तब्दील किया जा चुका है, लेकिन वीएचपी ने गुरुवार को निषेधाज्ञा की परवाह किए बिना यहां रोड शो किया। वीएचपी अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग को लेकर आम लोगों का समर्थन जुटाने के प्रयास में है।
परिसर के आसपास कड़ी सुरक्षा
पूरे शहर में सीआरपीएफ और पीएसी के साथ-साथ यूपी पुलिस की भारी तैनाती के बीच उच्च सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्हें यह स्पष्ट आदेश मिला है कि विवादित स्थल पर मौजूदा व्यवस्था से कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। हालांकि, अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर संबंधित विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि राम जन्मभूमि के अंदर और बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बलों के तैनाती की गई है। फैजाबाद डिविजनल कमिश्नर मनोज मिश्रा ने कहा कि परिसर के पास सिर्फ उन्हें ही जाने की अनुमति है जो दर्शन के मकसद से वहां जाना चाहते हैं।
पूरे शहर में सीआरपीएफ और पीएसी के साथ-साथ यूपी पुलिस की भारी तैनाती के बीच उच्च सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्हें यह स्पष्ट आदेश मिला है कि विवादित स्थल पर मौजूदा व्यवस्था से कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। हालांकि, अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर संबंधित विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि राम जन्मभूमि के अंदर और बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बलों के तैनाती की गई है। फैजाबाद डिविजनल कमिश्नर मनोज मिश्रा ने कहा कि परिसर के पास सिर्फ उन्हें ही जाने की अनुमति है जो दर्शन के मकसद से वहां जाना चाहते हैं।