भोपाल। मध्यप्रदेश चुनाव में भाजपा के 53 नेताओं के बाद अब कांग्रेस के 16 बागी नेताओं ने भी कांग्रेस की डील से इंकार कर दिया और धमकियों के आगे सिर नहीं झुकाया। अंतत: पार्टी छोड़ चुके 16 नेताओें को कांग्रेस ने भी निष्कासित कर दिया। इसमें कांग्रेस के तीन पूर्व विधायक भी शामिल हैं। इनके निष्कासन के आदेश शुक्रवार को जारी कर दिए गए।
बागियों में ज्यादातर दिग्विजय सिंह समर्थक
कांग्रेस ने इन नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाते हुए इन्हें छ साल के लिए निष्काषित किया गया है। हैरानी की बात तो ये है कि इनमें अधिकतर दिग्विजय सर्थक शामिल है। बागी नेताओं की लिस्ट बड़े नेताओं को सौंपी जा चुकी है, उन्हें एक और मौका दिया गया है, लेकिन अगर उन्होंने चुनाव से पहले अपने पैर पीछे नही किए तो पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगी।
अब तक इन्हें किया गया निष्काषित
जोबट से पूर्व मंत्री सुलोचना रावत और उनका बेटे विशाल रावत((दिग्विजय समर्थक))
झाबुआ से पूर्व विधायक और निर्दलीय प्रत्याशी जेवियर मेडा
उज्जैन की पार्षद माया त्रिवेदी
उज्जैन दक्षिण से जयसिंह दरबार (दिग्विजय समर्थक)
मंडला से बागी पूर्व विधायक रहे तुलसीराम धूमकेति
बागी सावित्री धूमकेति
बागी अशोक दीक्षित
बुरहानपुर से बागी सुरेंद्र सिंह उर्फ शेरा
भगवानपुरा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी केदार डाबर
आगर-मालवा सीट से बागी राणा विक्रम सिंह
राणा नटवर सिंह
लोकेंद्र सिंह
मधु गेहलोत
जावरा से निर्दलीय डॉ. हमीर सिंह राठौर
बागी समंदर पटेल
मंदसौर से तूफान सिंह और ओम सिंह भाटी का भी निष्कासन कर दिया गया है।