भोपाल। मध्यप्रदेश में अगर कांग्रेस सरकार बनाती है तो कौन बनेगा मुख्यमंत्री? बिना सीएम चेहरे के उतरने का कितना होगा नुकसान? ज्योतिरादित्य से रिश्तों को लेकर क्या है सच? कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब दिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने।
'द हिंदू' को दिए एक इंटरव्यू में जब उनसे सीएम चेहरे के न होने को लेकर सवाल पूछा गया गया तो उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार का एलान नहीं किया है। भाजपा ने भी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और महाराष्ट्र में सीएम चेहरा जाहिर नहीं किया था। सच पूछा जाए तो मैं मानता हूं कि संसदीय लोकतंत्र में चुने हुए प्रतिनिधियों से उनका नेता चुनने का अधिकार नहीं छीना जाना चाहिए।"
कांग्रेस के जीतने की सूरत में क्या वो खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होना चाहेंगे, इस सवाल के जवाब में दिग्विजय ने कहा कि वो अपनी पारी खेल चुके हैं। अब दूसरों को मौका मिलना चाहिए। मध्यप्रदेश ने बीते कुछ वक्त में किसानों के कई प्रदर्शन देखे हैं। इस पर दिग्विजय ने 'द हिंदू' को बताया, "लागत लगातार बढ़ रही है लेकिन कृषि उपज के दाम नहीं। सोयाबीन 3500-4500 रुपये प्रति क्विंटल बेचा जाता था लेकिन आज वो 2600-2700 रुपये प्रति क्विंटल बेचा जा रहा है। जबकि एसएसपी भी 3399 रुपये है।
'द हिंदू' के अलावा हिंदुस्तान टाइम्स अखबार को भी दिग्विजय ने इंटरव्यू दिया है। जिसमें कई अहम सवालों के जवाब उन्होंने दिए।
हाल ही में दिग्विजय और ज्योतिरादित्य के बीच मध्यप्रदेश में टिकट बंटवारे को लेकर तनातनी की खबरें सामने आई थीं। कहा गया कि राहुल गांधी की मौजूदगी के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का लिहाज नहीं किया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या कमलनाथ, ज्योतिरादित्य और उनके बीच ठीकठाक तालमेल है तो उन्होंने कहा, "जीहां, न सिर्फ हम तीनों के बीच बल्कि पूरे शीर्ष नेतृत्व में अच्छा तालमेल है। अजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया और सुरेश पचौरी...हम सब साथ हैं।"
एमपी में किसकी सरकार?
चुनावी भविष्यवाणी आसान नहीं होती लेकिन दिग्विजय जीत को लेकर काफी आश्वस्त दिखते हैं। नतीजों को लेकर अनुमानों के सवाल पर उनका कहना है, "2008 और 2013 चुनाव अभियान से मैं उस तौर पर नहीं जुड़ा था। मुझे पता नहीं था क्या चल रहा है। लेकिन इस बार संयोजन समिति का मुखिया होने के नाते और अपनी छह महीने लंबी नर्मदा परिक्रमा के जरिए मैं करीब 230 में से 194 विधानसभा सीटों पर घूमा हूं। मैं कह सकता हूं कि हम सरकार बना रहे हैं। मेरे इस अनुमान का आधार हमारी और भाजपा के उम्मीदवारों की अंतिम सूची भी है।"
कांग्रेस के पक्ष में क्या?
वो कौन सी चीजें हैं जो भाजपा के खिलाफ और कांग्रेस के पक्ष में जा रही हैं? इस सवाल के जवाब में दिग्विजय का कहना है कि एंटी इन्कंबेंसी और शिवराज सिंह चौहान की खुद की छवि भाजपा के खिलाफ खड़े हैं। उन्होंने शिवराज सरकार पर सबसे भ्रष्ट होने का आरोप लगाया।