भोपाल। खजूरी 11 मील बायपास इलाके से तीन साल की मासूम के घर से गायब हो गई। पुलिस संदेही की तलाश में पिता मुन्ना गौंड के साथ 15 घंटे तक भोपाल और रायसेन की खाक छानती रही, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। थक-हारकर लौट रही पुलिस ने विसर्जन घाट के आसपास तलाशी की, तो मासूम मिल गई। बच्ची पिता के दोस्त के पास थी। वह पूरी तरह से ठीक है। आरोपी कहना था कि पति-पत्नी में झगड़ा हो रहा था। बच्ची को रोता देख वह उसे अपने साथ ले आया।
बच्ची को रोता देखकर अपने साथ ले गया था
आरोपी रमेश ने पुलिस को बताया कि मुन्ना मुझे अपने घर ले गया था। मैं बाहर खड़ा था। वहीं उसकी बेटी खेल रही थी। घर के अंदर उन दोनों में विवाद होने लगा। वह गुस्से में बाहर आया और उसने बच्ची को पीटा दिया। मेरे मना करने पर वह अंदर चला गया। उनके बीच फिर झगड़ने की आवाजें आने लगी। बच्ची को रोता देख मैं अपने साथ ले आया। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है। हालांकि अब तक की पूछताछ में पुलिस को बयान झूठे नहीं पाए गए हैं।
केस क्यों दर्ज किया, पुलिस ने दी यह दलील
कानून में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के गुम होने पर अपहरण का मामला दर्ज किया जाता है। परिचित होने पर भी बच्चों को ले जाने से पहले उनके माता-पिता और परिजनों से अनुमति लेना चाहिए। उनकी जानकारी के बिना ले जाना अपराध है। बच्चे पर जुल्म होने या लावारिस मिलने की स्थिति में उन्हें अपने साथ घर ले जाने की जगह तत्काल पुलिस को सूचना देें।
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