भोपाल। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसने एक छापामार कार्रवाई में ऐशबाग थाने के एएसआई शिवलाल सोलंकी को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसने रिश्वत की रकम जेब में रखी थी इसलिए लोकायुक्त पुलिस एएसआई शिवलाल सोलंकी की पेंट भी उतरवाकर ले गई। आरोप है कि पुलिस अधिकारी भोपाल के एक एडवोकेट नासिर से रिश्वत की मांग कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार एडवोकेट नासिर के भाई सादिक अली के खिलाफ ऐशबाग थाने में मई 2018 में मारपीट का मामला दर्ज हुआ था। इसकी जांच एएसआई शिवलाल सोलंकी कर रहे थे। जांच के दौरान एएसआई नासिर के एक अन्य भाई और भतीजे को भी आरोपी बनाने और सादिक के खिलाफ जानलेवा हमले की धारा बढ़ाने का दबाव बना रहे थे। धारा न बढ़ाने और अन्य लोगों को आरोपी न बनाने के एवज में एएसआई ने नासिर से एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी।
दबाव में आकर नासिर ने बीती 13 नवंबर पहली किश्त के तौर पर 25000 रुपए दे भी दिए थे। इसके बाद भी 75 हजार रुपए और देने का दबाव बनाने पर पेशे से वकील नासिर ने बुधवार को एसपी लोकायुक्त राजेश मिश्रा से एएसआई के खिलाफ शिकायत की थी।