भोपाल। राजधानी भोपाल की दक्षिण-पश्चिम सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी पीसी शर्मा को मौका मिला था कि वो दैनिक भास्कर के कार्यक्रम आमने-सामने में अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी एवं मंत्री उमाशंकर गुप्ता की अच्छी टांग खिंचाई कर सकें परंतु वो बिफल रहे। वो मंत्री गुप्ता को ना तो व्यक्तिगत मामलों में घेर पाए और ना ही विधानसभा क्षेत्र के मामलों में। एक आम आदमी की तरह सतही सवाल पूछे, जिनका जवाब उमाशंकर गुप्ता की जगह कोई भी भाजपा नेता दे सकता था। आइए पढ़ते हैं आमने-सामने कुछ प्रमुख सवाल-जवाब:
पहला सवाल ही मिस हो गया
पीसी : 15 साल मंत्री और 5 साल महापौर। कुल हुए 20 साल। बताइए इतने लंबे कार्यकाल में दक्षिण पश्चिम की जनता के लिए आपने किया क्या?
गुप्ता : जब मैं महापौर था, आप एमएलए थे और आपकी पार्टी के मुख्यमंत्री थे दिग्विजय सिंह। नगर निगमों को विकास के लिए तब सिर्फ 11 करोड़ मिलता था, आज हमारी सरकार में 1100 करोड़ मिलता है। तब सड़क, बिजली, पानी का अभाव था, आज 24X7 बिजली मिलती है। शानदार सड़कें बन चुकी हैं, पानी का संकट आज नहीं है। संबल योजना में गरीबों को सस्ती बिजली, पढ़ाई, इलाज सब मिलता है। जेपी अस्पताल सुपर स्पेशिएलिटी हो गया, काटजू 100 बेड का हो गया।
स्मार्ट सिटी: मुद्दा गलत तरीके से उठाया, टका सा जवाब मिला, प्रतिप्रश्न नहीं कर पाए
पीसी : आपके तमाम काम सिर्फ ऑन पेपर हुए हैं, जमीन पर नहीं। स्मार्ट सिटी कहां है? मकान तो तोड़ दिए, तुलसी नगर, शिवाजी नगर से स्मार्ट सिटी उठाकर टीटी नगर ले गए, जनविरोध के कारण आपको और आपकी सरकार को सरेंडर करना पड़ा। टीटी नगर में मकान टूटे पड़े हैं, कर्मचारी बेघर हैं, दुकानदार परेशान हैं, स्टेडियम जाने का रास्ता बंद हैं, दशहरा मैदान उजाड़ पड़ा है।
गुप्ता : कांग्रेस का विकास से कुछ लेना देना ही नहीं है। इसलिए विकास क्या होता है आपको समझ नहीं आएगा। जब आपकी सरकार थी, तो आपके मुख्यमंत्री ने कहा था कि चुनाव विकास से नहीं, मैनेजमेंट से जीते जाते हैं। जिनका विजन ही डेवलपमेंट का नहीं है, उन्हें कैसे समझ आएगा कि विकास के लिए कुछ तोड़फोड़ और नुकसान तो झेलना ही पड़ेगा। आपने राजनीतिक लाभ के लिए स्मार्ट सिटी की शिफ्टिंग को चुनावी मुद्दा बना दिया, जबकि 5 और 6 नंबर की जगह फाइनल थी ही नहीं।
उफ: राजस्व मंत्री से रोजगार का सवाल
पीसी : और रोजगार का क्या, लोग परेशान हैं।
गुप्ता : मुद्रा योजना में देशभर में 9 करोड़ लोगों को देशभर में रोजगार मिला है। आप कुछ दिन और इंतजार करो, कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने वाला है।
गुप्ता ने पीसी की कलई खोल दी
पीसी : 23 लाख नौकरियां खत्म हुई हैं आपकी केंद्र और राज्य की सरकार आने के बाद से।
गुप्ता: आप भ्रम में हो पीसी भाई। आप मध्य से चुनाव लड़ना चाहते थे, पर पार्टी ने दक्षिण-पश्चिम में फंसा दिया, लेकिन जनता आपके व कांग्रेस के भ्रम में नहीं आएगी।
नर्मदा की बॉल फैंकी, छक्का लगा
पीसी : मैं भ्रम में नहीं, बल्कि आप भ्रमित हो, इसलिए आपको कुछ समझ नहीं आ रहा। आप नर्मदा का पानी अपने इलाके में नहीं ला पाए।
गुप्ता : नर्मदा हम लेकर आए। मेयर रहते फाइल लेकर मैं आपके सीएम के पास गया था, तब उन्होंने कहा था कि जिसे नर्मदा जल चाहिए वे नर्मदा किनारे जाकर बस जाएं।
पीसी : नर्मदा जल हम लाए। केंद्र में कमलनाथ जी ने इसके लिए पैसा दिया, तब नर्मदा लाइन आई।
बिना डाटा स्टडी के सवाल दाग दिया, मिस फायर हो गया
पीसी: ऐसी स्मार्ट सिटी का क्या फायदा, जिसमें कर्मचारी, गरीब दुकानदार, खिलाड़ी और कारोबारी परेशान। 15 साल में ऐसी कोई योजना ले आते जिससे लोगों को रोजगार मिलते, नौकरियां मिलती। कर्मचारी पिछले 15 साल से लगातार किसी न किसी बात को लेकर धरना-प्रदर्शन करते आ रहे हैं।
गुप्ता: पीसी भाई, आप सिर्फ भ्रम फैला रहे हो, स्मार्ट सिटी में 2000 सरकारी आवास टूटे हैं, जबकि 3500 बन रहे हैं। सबसे पहले यही काम शुरू हुआ है। कोई प्राइवेट दुकान या प्रॉपर्टी नहीं टूटी है। स्टेडियम के लिए दूसरी ओर से रास्ता दिया है। दशहरा मैदान को और भव्य बनाने की योजना है।
चलते चलते
गुप्ता : (उठकर जाते हुए) पीसी से बोले- ठीक है अब भ्रम मत फैलाओ।
पीसी: अरे रुकिए, मैदान छोड़कर मत जाइए।
गुप्ता : अब आपसे कोई बात नहीं करनी, भ्रम मत फैलाओ।