ग्वालियर। ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भी खुद को ग्वालियर रियासत का महाराज मानते हैं और कांग्रेस में उन सभी सीटों पर अपनी मर्जी से टिकट बांटते हैं जो आजादी से पहले सिंधिया रियासत का हिस्सा थीं परंतु इस बार उन्हे रियासत की राजधानी ग्वालियर में विद्रोह का सामना करना पड़ गया। कट्टर सिंधिया समर्थक नेता साहब सिंह गुर्जर ने विद्रोह का झंडा बुलंद किया है। सिंधिया ने उन्हे टिकट नहीं दिया तो वो बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं।
ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र के कद्दावर कांग्रेड नेताओं में शामिल साहब सिंह गुर्जर को इस साल भरोसा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया उन्हें टिकट देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ कांग्रेस ने बीएसपी से कांग्रेस में आये मदन कुशवाह को प्रत्याशी बना दिया। ग्रामीण जिला महामंत्री और जिला पंचायत सदस्य साहब सिंह गुर्जर को जैसे ही पता चला कि कांग्रेस से टिकट नहीं मिला उन्होंने वरिष्ठ नेताओं से संपर्क किया लेकिन कोई फायदा नहीं निकला।
बताया जा रहा है कि साहब सिंह बीएसपी सुप्रीमो मायावती से मिले और बीएसपी में शामिल हो गए। हालाँकि अभी उनकी उम्मीदवारी की अधिकृत घोषणा नहीं हुई है लेकिन साहब सिंह का कहना है कि वे 9 को फॉर्म भरेंगे। मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com