भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 का मतदान सम्पन्न हो चुका है। जनता का आदेश ईवीएम मशीन में दर्ज है लेकिन मतगणना में अभी काफी वक्त है। इस बीच मध्यप्रदेश का 'जनादेश' स्ट्रांग रूम में बंद रहेगा। कांग्रेस को डर है कि वोटिंग घोटाला हो सकता है। इसलिए उसने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी.एल. कांताराव से ईवीएम मशीनों को रेडियो फ्रीक्वेंसी इन्ट्रेरप्शन से बचाने के लिये स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल पर जैमर्स लगाये जाने का आग्रह किया।
गुप्ता ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न क्षेत्रों से ऐसी जानकारियां मिल रही हैं कि कई जगहों पर माॅक ड्रिल के दौरान जो वोट ईवीएम में डाले गये हैं उन्हें इरेज़ नहीं किया गया है। अतः यह पूरी संभावना है कि ईवीएम मशीन के कुल मत बेलेट रजिस्टर से अधिक पाये जायें। ऐसी अवस्था में चुनाव आयोग से मांग है कि मतगणना के पूर्व सुस्पष्ट एवं सर्वस्वीकार्य नीति-निर्देश जारी कर विभिन्न दलों को सूचित करें।
भूपेन्द्र गुप्ता ने लिखा है जैसा कि छत्तीसगढ़ के धमतरी में प्रकाश में आया है कि स्ट्रांग रूम में अनाधिकृत प्रवेश कर ईवीएम मशीनों में हस्तक्षेप का प्रयत्न हुआ है। जिसमें कुछ अधिकारियों को माननीय चुनाव आयोग ने निलंबित भी किया है। इसलिए हमारा मानना है कि मशीनों को रेडियो फ्रीक्वेंसी इंट्ररेप्शन से बचाने के लिए प्रत्येक जिले के स्ट्रांग रूम एवं मतगणना स्थल पर जैमर्स लगाये जायें, जिनकी कीमत भी बहुत कम होती है एवं वे बाहरी रेडियो फ्रीक्वेंसी हस्तक्षेप को रोकने में सक्षम होती हैं। इस कार्यवाही की अपेक्षा में।