धार। कांग्रेस के खिलाफ आदिवासियों को संगठित करने वाले डॉक्टर हिरा अलावा को मनावर से टिकट दिलाने के बाद उनका नामांकन दर्ज कराने आए दिग्विजय सिंह को काले झंडे दिखाए गए।
जिस दिन से कांग्रेस ने मनावर से हीरालाल अलावा के नाम की घोषणा की है, तब से ही जयस और कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी पहले ही घोषणा कर चुके थे कि हिरालाल अलावा को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा, लेकिन अभी तक यह विरोध प्रदर्शन पुतला दहन तक सीमित था। आज जैसे ही मनावर के जाजम खेड़ी में उनका काफ़िला गुजर रहा था तब सड़क किनारे खड़े कुछ युवकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। वही अलावा के विरोध में नारेबाजी भी की। इस घटना के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया है। अलावा के विरोध ने कांग्रेसियों को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है।
कौन है हीरालाल अलावा
मालवा-निमाड़ में आदिवासियों के बीच तगड़ी पैठ बना चुके जयस के राष्ट्रीय सरंक्षक डॉ. हीरालाल अलावा है। एम्स से असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से नौकरी छोड़ने के बाद अलावा ने 5 साल पहले संगठन बनाया था। अब तक 5 लाख सदस्य जुड़ चुके है। जयस का प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में काफी अच्छा असर है।
जयस प्रदेश के 22 जिलों में अपनी जड़ें जमा चुका है। मध्यप्रदेश में 21 प्रतिशत आबादी आदिवासी है। विधान सभा की कुल 230 सीटों में से 47 सीटें आदिवासी वर्ग के लिए रिजर्व हैं। इसमें से प्रदेश में करीब 30 सीट ऐसी हैं, प्रत्याशी की हार-जीत में आदिवासी वोटों का बड़ा खेल होता है।
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