भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद श्री प्रभात झा कई नेताओं के साथ आज निर्वाचन आयोग पहुंचे और दिग्विजय सिंह की शिकायत की। झा ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने दलित प्रत्याशी को धमकी दी है। इस मामले में एक प्रश्न अनुत्तरित रह गया। संबंधित दलित प्रत्याशी एवं भाजपा ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज क्यों नहीं करवाया। क्या भाजपा केवल दलित वोटों के ध्रुवीकरण के लिए बात का बतंगड़ बना रही है।
चुनाव आयोग कार्यालय में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह द्वारा आगर के कानड में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित सभा में सार्वजनिक रूप से भाजपा प्रत्याशी श्री मनोहर उंटवाल को धमकी दिए जाने की शिकायत की है। इस सभा में दिग्विजय सिंह ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि ‘‘श्री मनोहर उंटवाल सांसद जी 11 के बाद दिखोगे भी नहीं, हम ना तुम्हारे मामा शिवराजसिंह चौहान से डरते हैं और न तुम्हारे नरेन्द्र मोदी से।’’ शिकायत में कहा गया है कि इस प्रकार की धौंस दलित प्रत्याशी को देना दलित समाज का अपमान है। वह धौंस अपराध की श्रेणी में आता है और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। प्रतिनिधिमंडल ने दिग्विजयसिंह के खिलाफ चुनाव आयोग से कार्यवाही करने की मांग की।
प्रभात झा के साथ भाजपा के प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत, भाजपा निर्वाचन आयोग समिति के प्रदेश संयोजक श्री शांतिलाल लोढ़ा, श्री एसएस उप्पल, अधिवक्ता श्री ओमशंकर श्रीवास्तव, श्री प्रमोद सिंह, श्री ऋषि चौबे शामिल थे।