नीमच। जिले के विधानसभा चुनाव से ड्यूटी कर लौटे मतदान अधिकारियों को निर्वाचन सामग्री जमा कराने में प्रशासनिक अव्यवस्था के चलते खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे प्रशासन के प्रति कर्मचारियों में गहरी नाराजगी व आक्रोश देखा गया। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष व जिला शाखा-नीमच के अध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार व कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वरसिंह सोलंकी ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी कर्मचारियों के कठोर परिश्रम, लगन, निष्ठा से नीमच जिले के विधानसभा निर्वाचन निर्विघ्न व शांतिपूर्ण संपन्न हुए।
लेकिन जिले की तीनों विधानसभा नीमच, मनासा व जावद की निर्वाचन पश्चात सामग्री जमा कराने में 28;29 नवंबर की मध्य रात्रि को प्रशासनिक अव्यवस्था का शिकार होकर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सामग्री जमा कराने में विवेकानंद शास महा.विद्यालय नीमच का परिसर अपर्याप्त रहा। दिनभर के थके हारे मतदान दलों के कर्मचारियों को अव्यवस्था की दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ा। विभिन्न प्रपत्र व लिफाफे भाषायी अस्पष्टता व अलग-अलग शब्दावली के कारण इन्हे तैयार करने में मतदान समाप्ति के बाद तीन-चार घंटे मतदानकेंद्र पर लगे। सामग्री संग्रहण स्थल पर छोटी-छोटी बातों के लिए अपनी सामग्री पुनः खोलकर बिखेरने से पूरा परिसर कम पड़ता गया।
काउंटर पर मतदान मशिनों को कंधों पर उठाकर व आखरी कांउटर की शेष सामग्री जमा कराने में अपमानजनक स्थिति में संघर्ष व परेशानी के साथ सवेरे तक महिला-पुरुष सभी को काफी असहजता लगी सभी कर्मचारी जिला प्रशासन को कोसते देखे गये। कर्मचारियों की प्रतिक्रिया थी कि जिस प्रकार कर्मचारियों को टेबल पर सामग्री उपलब्ध करवाई, वापसी में भी उसी प्रकार से सम्मानजनक तरीका अपनाया जाना चाहिए। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिला शाखा-नीमच के अध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार व कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वरसिंह सोलंकी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि आगामी लोकसभा चुनाव के वक्त सामग्री देते व लेते समय सुविधाजनक व सम्मानजनक तरीका अपनाया जाना चाहिए।