भोपाल। बैरसिया रोड, ईटखेड़ी स्थित घासीपुरा में 23 नवंबर से शुरू होने जा रहे आलमी तब्लीगी इज्तिमा (BHOPAL TABLIGHI IJTEMA 2018) में 71 साल में यह पहली बार होगा, जब आखिरी दिन दुआ-ए-खास दोपहर की बजाए शाम को मगरिब की नमाज के बाद करीब सात बजे होगी। इसकी वजह यह है कि इस बार पहली बार इज्तिमा एक दिन बढ़ाकर चार दिन का होना घोषित किया गया था।
दो दिन पहले जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारियों में अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए आयोजन एक दिन पहले खत्म करने का आग्रह किया गया था, जिसे कमेटी ने दिल्ली मरकज से मंजूरी लेकर मान लिया और इज्तिमा का एक दिन पहले 25 नवंबर को शाम के वक्त दुआ के साथ समापन करने का फैसला किया। दूसरी और पहली बार इज्तिमा में निकाह भी पहले ही दिन कराए जाएंगे। इज्तिमाई निकाह कराने का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय में शादियों में होने वाली फिजूल खर्ची व दहेज के चलन को रोकना है। जमातों का आना भी बुधवार से शुरु हो जाएगा। तैयारियों का जायजा लेने मंगलवार को कलेक्टर सुदाम खाडे व कई वरिष्ठ अफसर इज्तिमा स्थल पर पहुंचे थे।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
इंतजामिया कमेटी के प्रवक्ता अतीक-उल-इस्लाम ने बताया कि इस बार इज्तिमा स्थल पर पहले दिन करीब 300 दूल्हों के निकाह होंगे। इनके रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार की दोपहर कलेक्टर व कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इज्तिमा स्थल पर पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने यहां पार्किंग व्यवस्था व सुरक्षा इंतजामों के बारे में विभाग के कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
यात्रियों की मदद के लिए मौजूद रहेगी कमेटी
देश-विदेश से आने वाली जमातों का आना बुधवार से शुरू होगा। कमेटी के कार्यकर्ता बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को इज्तिमा स्थल तक पहुंचने वालो मार्गों की जानकारी देने व उनकी मदद करने के लिए मौजूद रहेंगे। इज्तिमा स्थल पर पंडाल में सेक्टर बनाए गए हैं। इज्तिमा स्थल पर पंडाल में सेक्टर बनाए गए हैं। इनमें शहर व गांवों के नामों की तख्तियां लगाई गई हैं, कि किस स्थान की जमात को कहां बैठना है।