इंदौर। बीती रात यहां एक बड़ा कैमिकल गैस कांड हुआ है। शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक करीब 1200 लोग मौत के मुंह में थे। जब गैस का रिसाव खत्म हुआ तब कहीं जाकर हवा में सांस लेने लायक आॅक्सीजन मिली। शारदा कॉलोनी निवासी विनीता तिवारी ने बताया कि शाम पांच बजे अचानक बदबू आई। बच्चे से कहा कि देख गैस तो नहीं रिस रही। घर के आसपास भी देखा। काफी देर तक कुछ समझ नहीं आया।
छह बजे तक सांस लेने में परेशानी आने लगी। आंखों में जलन हुई। बाहर निकलकर देखा तो लोग घर खाली कर इधर-उधर जा रहे थे। भगदड़ सी मची। बाद में पता चला कि गैस रिसी है। हम सभी परिवार सहित घर खाली कर चौराहे तक आ गए। दृश्य ऐसा कि हर कोई बस अपनी जान बचाने में लगा था। थोड़ी देर बाद निगम की गाड़ी आई। अनाउंसमेंट हुआ कि घर खाली करने का। इस पर सभी घर खाली करके बाहर आ गए। दो घंटे तक कपड़ा बांधे रहे। हालात इतने खराब थे कि सांस लेने में काफी दिक्कत हुई। रात 10 बजे तक हालात सामान्य हो गए।
हादसा आधी रात को होता तो...
बता दें कि मंगलवार शाम शारदा नगर, लाहिया कॉलोनी, स्वास्थ्य नगर, सूर्या पैलेस, शिवानी नगर सहित आसपास के क्षेत्रों को कैमिकल गैस ने अपनी चपेट में ले लिया था। शुरूआत में तो लोग समझ ही नहीं पाए। यदि यह हादसा रात 12 बजे के बाद होता तो बुधवार की सुबह मध्यप्रदेश की सबसे काली सुबह होती।