इंदौर। शिवाजी नगर इलाके में 20 वर्षीय लड़की मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी कि तभी पीछे से उसका पिता गमछा लेकर आया और लड़की का गला घोंट दिया। शाम को जब पत्नी लौटकर आई तो उस पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। पत्नी ने अपना बचाव किया और कुल्हाड़ी छीन ली, तो उसने जहर पी लिया। सारी रात इलाज चला। दूसरे दिन होश में आया। तब तक पत्नी भी उसके पास ही बैठी रही।
थाना प्रभारी रत्नेश मिश्रा के मुताबिक, 48 वर्षीय आरोपी बबलेश अहिरवार की पत्नी सुदामा ने बताया कि परिवार में तीन सदस्य हैं। सभी लोग मजदूरी करते हैं। बेटी रानी एक प्ले स्कूल में बच्चों को संभालने का काम करती थी। घटना वाले दिन सभी काम पर गए थे। बेटी दोपहर में जल्दी घर लौट आई। पति घर पर ही था। वह फोन पर बात करने लगी तो उसने पीछे से उसका गला गमछे से घोंट दिया और शव को प्लास्टिक के ड्रम में रख दिया। उसके ऊपर कपड़े व बिस्तर रख दिए। मैं घर आई तो वह गुस्से में बैठा हुआ था। उसने विवाद करते हुए कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। मैंने कुल्हाड़ी छीन ली, तभी 16 वर्षीय बेटा अंकेश आ गया। इस बीच उसने जहर पी लिया, जो पहले से गिलास में घोल रखा था। कुछ जहरीली गोलियां भी खा ली। जब वह तड़पने लगा तो हम उसे अस्पताल ले गए। खबर सुनकर गुना से मां प्रेमवती, पिता आशाराम और भाई राज कुमार भी आ गए। बुधवार दोपहर को उसे होश आया। वहीं पुलिस का कहना है कि अारोपी ने सल्फास की चार गोलियां भी खाई थीं। इस कारण उसकी हालत गंभीर बनी हुई। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने जब ड्रम देखा तो गले में था गमछा :
उससे बेटी के बारे में पूछा तो उसने हत्या कर शव गेहूं के ड्रम में छिपाने की बात कही। हमने पुलिस को सूचना दी। घर जाकर देखा तो बच्ची का शव टंकी में ही पड़ा मिला। उसके गले में गमछा भी कसा हुआ था। शव ड्रम से निकाल कर पोस्ट माॅर्टम के लिए एमवायएच भेजा है।
पत्नी के चरित्र पर भी संदेह करता था आरोपी :
पुलिस के मुताबिक, आरोपी बबलेश, बेटी के साथ-साथ पत्नी के चरित्र पर भी शक करता था। बेटी फोन पर बात करती थी तो वह नाराज हो जाता था। कल वह जल्दी घर आ गई थी। फोन पर बात करते देख वह नाराज हो गया और उसने यह कदम उठा लिया।