इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सोशल मीडिया पर अक्सर आदर्श बातें करते हैं। कांग्रेस के वंशवाद को लेकर काफी मुखालफत किया करते हैं। दर्जनों बार सोनिया गांधी को राहुल गांधी के लिए निशाना बनाया परंतु आज वो खुद निशाने पर हैं। पुत्र मोह में पड़े कैलाश विजयवर्गीय की सारे प्रदेश में निंदा हुई। अब उनके अपने घर में बगावत हो गई है।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय को इंदौर 3 से टिकट दिलाया है। चुनाव जीत के लिए वो रमेश मेंदोला के सहारे नजर आ रहे हैं। इधर उनके दामाद निर्दलीय होकर बेेटे के सामने आ डटे हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि उनके दामाद उनके अच्छे मित्र भी हैं। नाम है ललित पोरवाल। बता दें कि ललित पोरवाल से कैलाश विजयवर्गीय की भतीजी सपना विजयवर्गीय की शादी हुई है। कैलाश विजयवर्गीय ने ही सपना का कन्यादान किया था लेकिन आज वही दामाद चुनौती दे रहा है।
35 साल से बीजेपी जुड़े रहे ललित पोरवाल चार बार पार्षद और इंदौर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहे। वो इंदौर-3 से अरसे से टिकट मांग रहे थे। इस बार उषा ठाकुर का विरोध होने के कारण उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश को टिकट दिला दिया। इससे नाराज होकर ललित पोरवाल निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े।