भोपाल। चुनाव का मौसम है और चुनावी कहानियों का दौर। तो चलिए उमा भारती( UMA BHARTI ) के इस्तीफे की कहानी सुनाते हैं। यह तो सब जानते हैं कि 2003 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में उमा भारती के नेतृत्व में भाजपा ने दिग्विजय सिंह ( Digvijay Singh ) और कांग्रेस को धूल चटा दी थी। स्पष्ट और भारी बहुमत के साथ उमा भारती ने सरकार बनाई। फिर अचानक उन्होंने इस्तीफा दे दिया। बताया गया कि एक कोर्ट से वारंट जारी हो गया था इसलिए इस्तीफा दिया लेकिन यह अधूरा सच है। दरअसल, एक महिला IPS के डर से यह इस्तीफा दिया गया।
क्या हुआ था घटनाक्रम
8 दिसम्बर 2003 को उमा भारती मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं।
23 अगस्त 2004 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
उनके खिलाफ दस साल पुराने मामले में गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था।
यह मामला कर्नाटक के हुबली से जुडा था।
15 अगस्त 1994 को ईदगाह पर तिरंगा फहराने के मामले में उनके खिलाफ वारंट जारी हुआ था।
आरोप था कि उनकी इस पहल से सांप्रदायिक सौहार्द खतरे में पड़ गया था क्योंकि वो मुस्लिम धर्मस्थल पर भगवा कपड़े पहनकर प्रदर्शन कर रहीं थीं।
कर्नाटक के धारवाड़ जिले की पुलिस अधीक्षक (एसपी) एवं महिला आईपीएस डी रूपा वारंट लेकर उमा भारती को गिरफ्तार करने कर्नाटक से भोपाल की तरफ निकल पड़ीं।
मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए गिरफ्तारी की संभावना से ही सनसनी फैल गई।
आनन फानन उमा भारती ने पद से इस्तीफा दिया और कोर्ट में हाजिर हुईं।
कौन है D Rupa IPS
खाकी से डी रूपा की मोहब्बत ऐसी रही कि यूपीएससी की परीक्षा में 43 वीं रैंक हासिल करने के बाद भी उन्होंने आईपीएस बनना पसंद किया।
वह कर्नाटक की पहली महिला आईपीएस अफसर हैं।
डी रूपा अच्छी भरतनाट्यम डांसर भी हैं।
वर्ष 2000 बैच की आईपीएस डी रूपा अपने करियर में कई चर्चित कार्रवाइयों के लिए जानीं जातीं हैं।
उन्होंने आईएएस मुनीश मौदगिल (Munish Moudgil) से शादी की है।
नेताओं से टकराव के कारण डी रूपा को अब तक 18 वर्ष के करियर में 41 से अधिक बार ट्रांसफर झेलने पड़े हैं।
Sasikala और Kareem Tegi को भी नहीं छोड़ा था
जब डी रूपा कर्नाटक में DIG जेल के पद पर रहीं तो 2017 में उन्होंने एआईएडीएमके नेता शशिकला को जेल में वीवीआइपी सुविधाएं मिलने का खुलासा किया था। डी रूपा की रिपोर्ट ने खलबली मचा दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जेल के अधिकारियों ने दो करोड़ रुपये लेकर जेल के अंदर शशिकला के लिए किचेन बनवाई। दरअसल, तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की बेहद करीबी शशिकला ने उनके निधन के बाद पार्टी की कमान अपने हाथ में ले थी। बाद में भ्रष्टाचार के केस में उन्हें जेल जाना पड़ा था।
स्टांप घोटाले में दोषी करार होने के बाद जेल में बंद घोटालेबाज अब्दुल करीम तेगी को जेल में मिल रही वीआइपी सुविधाओं का भी खुलासा डी रूपा कर चुकीं हैं। उनकी जांच रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। पता चला था कि जिस करीम तेलगी के व्हीलचेयर के लिए एक शख्स को साथ रखने की अनुमति मिली थी, वह जेल में चार लोगों से मालिश करवाता था। हालांकि शशिकला को जेल में मिल रही सुविधाओं के खुलासे के कुछ समय बाद डी रूपा का ट्रांसफर होने पर सवाल भी उठे थे।
सोशल मीडिया पर कूल रहतीं हैं D ROOPA IPS
कर्नाटक की तेजतर्रार आईपीएस डी रूपा (IPS D.Roopa) ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी एक्टिव और कूल नजर आतीं हैं। वो फेसबुक और ट्वीटर दोनों पर उपलब्ध हैं। बाबू टाइप आईपीएस अफसरों की तरह केवल अपनी सफलताओं वाली खबरों को पोस्ट नहीं करतीं बल्कि काफी कुछ ऐसा पोस्ट करतीं हैं जो उनकी छवि को एक पुलिस अधिकारी से अलग एक अच्छा इंसान के रूप में दिखाता है।