श्याम जाटव/नीमच। मप्र की अंतिम विधानसभा जावद में कांग्रेस से राजकुमार अहीर को टिकट देने पर पार्टी के दो धड़े इंदौर के कारोबारी समंदर पटेल और पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार की अगुवाई में एकजुट हो गए। यहाँ से पटेल व पाटीदार टिकट की दौड़ में शामिल थे। अब टिकट नहीं मिलने से दोनों नाराज है और खुलकर कांग्रेस से घोषित उम्मीदवार अहीर का विरोध कर रहे है। इसी मामले में गुरुवार को जावद में पटेल व पाटीदार ने अपने समर्थकों के साथ एक बैठक की। बैठक में भाजपा विधायक ओमप्रकाश सखलेचा के विरोधी समेत करीब 500 लोग एकत्रित हुए। सबने एक सुर में पटेल को निर्दलीय नामांकन दाखिल करने की बात कही।
अहीर की खिलाफत का कारण
उल्लेखनीय है 2008 में कांग्रेस ने अहीर को टिकट दिया था लेकिन लगभग 4 हजार वोट से चुनाव हार गए। 2013 में फिर अहीर ने टिकट मांगा लेकिन पार्टी ने सिंधिया समर्थक रघुराज सिंह चोरड़िया को मैदान में उतारा। इस चुनाव में अहीर ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और उन्ही के कारण कांग्रेस के चोरड़िया की जमानत जब्त हो गई। अहीर दूसरे नम्बर रहे और भाजपा के सकलेचा चुनाव जीते थे।
कमलनाथ कोटे से मिला टिकट
मप्र कांग्रेस कमेटी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अहीर को टिकट देने की पैरवी की थी और उन्ही की वजह से 2018 में फिर पार्टी ने भरोसा किया।
जातिगत समीकरण बना आधार
जावद क्षेत्र में करीब 40 हजार वोटर धाकड़ समाज के है और पटेल भी धाकड़ है। इसी आधार पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना चाहते।
अहीर कल भरेंगे पर्चा
जावद से कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार अहीर शुक्रवार को दोपहर 1 बजे अपने समर्थकों के साथ कलेक्टोरेट पहुँचक पर्चा भरेंगे। इससे पहले सभी दोपहर 12 बजे राठौर परिसर के सामने अहीर के निजी कार्यालय पर सभी कांग्रेसजन एकत्रित होंगे । इसके बाद रैली के रूप में पर्चा दाखिल करेंगे।
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