भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 का प्रचार अब अंतिम दिनों में है लेकिन कांग्रेस में आज भी दिग्गजों के बीच कलह साफ नजर आ रही है। हर कोई जानता है और भाजपा भी यह मानती है कि शिवराज सिंह सरकार का सफाया करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के तूफानी दौरे जरूरी हैं फिर भी उनके दौरों में टांग अड़ाई जा रही है। कभी उन्हे हेलीकॉप्टर उपलब्ध नहीं कराया जा रहा तो कभी हेलीकॉप्टर में ईंधन भरकर नहीं दिया जा रहा। हालात यह हैं कि पायलट उन्हे छोड़कर गायब हो जाता है। सिंधिया को एक रात तो गुप्त स्थान पर बितानी पड़ी।
यहां बताना जरूरी है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सबसे ज्यादा मांग ज्योतिरादित्य सिंधिया की हो रही है। दर्जनों उम्मीदवारों ने अपने-अपने क्षेत्र में सिंधिया की सभाएं कराने का आग्रह पार्टी की प्रदेश इकाई से किया है। एक तरफ जहां पार्टी के दीगर नेताओं की मांग कम है तो दूसरी ओर सिंधिया मिनट्स मैनेज कर रहे हैं फिर भी सबकी मांगे पूरी नहीं कर पा रहे।
पहले हेलीकॉप्टर नहीं दिया, फिर फ्यूल कम भरा
राज्य के स्टार प्रचारकों को सुविधाएं पार्टी मुहैया कराती है। बात बीते मंगलवार की है, सिंधिया को कोतमा में पार्टी प्रत्याशी सुनील सर्राफ और मानपुर में ज्ञानवती के प्रचार के लिए जाना था। सिंधिया भोपाल के हवाईअड्डे पर एक घंटे से ज्यादा देर तक हेलीकॉप्टर का इंतजार करते रहे। वह यहां से पूर्व मंत्री इंद्रजीत पटेल की अंत्येष्टि में शामिल होने सिहावल पहुंचे। वहां उन्हें बताया गया कि ईंधन खत्म हो रहा है। लिहाजा, कोतमा नहीं पहुंच सकते। इसके चलते सिंधिया को एक घंटे से ज्यादा वक्त सिहावल में ईंधन के इंतजाम के चलते इंतजार करना पड़ा।
पायलट लापता हो गया, सिंधिया गुप्त स्थान पर रुके
सूत्रों की मानें तो हेलीकॉप्टर उमरिया में खड़ा करने के बाद पायलट रात को लापता हो गए। वे उमरिया से एक गुप्त स्थान पर रुकने चले गए, सिंधिया ने जब पायलट की खबर ली तो पता ही नहीं चला, देर रात को पता चला कि पायलट उमरिया से 40 किलोमीटर दूर बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के एक आलीशान होटल में ठहरे हैं। पायलट को बांधवगढ़ में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता ने रुकवाया और सिंधिया इससे अनजान रहे।