उत्तर प्रदेश। शामली में पुलिस के सामने गुंडागर्दी देखने को मिली. पीसीआर वैन से खींचकर युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही. युवक की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया. हालांकि एसपी ने पुलिस की मौजूदगी में ऐसी घटना होने से इनकार किया है.
घटना शामली के थाना झिंझाना क्षेत्र के गांव हथछोया की है. जहां राजेंद्र कश्यप नाम के एक युवक का गांव के दूसरे लोगों से विवाद हो गया था. दावा है कि राजेंद्र कश्यप नशे में था और गांव के कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राजेंद्र को अपने काबू में ले लिया.
आरोप है कि मारपीट के बाद भी भीड़ नहीं मानी और पुलिस पीसीआर में बैठे राजेंद्र कश्यप को बाहर निकालकर फिर से पीटना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. हालांकि, पुलिस अपनी मौजूदगी में ऐसी घटना से इनकार कर रही है.
शामली के एसपी अजय कुमार ने ट्विटर पर बयान जारी कर बताया कि कुछ लोग एक वीडियो में राजेंद्र कश्यप के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं. इस घटना में प्रथम दृष्टया पुलिस की लापरवाही नजर आ रही है, जिसके चलते उस वक्त तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं.
हालांकि, एसपी अजय कुमार ने पुलिस के सामने राजेंद्र कश्यप की मौत की बात से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि राजेंद्र पुलिस की गिरफ्त से गांव में भाग गया था, उस दौरान मारपीट की घटना हुई जिसमें उसकी मौत हो गई. बता दें कि वायरल वीडियो में राजेंद्र पुलिस वैन में बैठा नजर आ रहा है, जहां पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं और गांव का एक शख्स उसके साथ मारपीट करता दिखाई दे रहा है.
मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण हालात तनावपूर्ण हो गए थे, जिसके बाद पुलिस के आलाधिकारी फोर्स के साथ गांव में पहुंचे और पांच घंटे तक मशक्कत करने के बाद जाम खुलवाया गया. पीड़ित परिजनों ने गांव के ही आधा दर्जन लोगों पर हत्या के मामले में अधिकारियों को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.