भोपाल। राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने भाजपा की ओर से आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि यूपीए सरकार के समय कमलनाथ पहले वाणिज्य एवं उद्योग तथा बाद में सड़क परिवहन मंत्री रहे थे। दोनों ही कार्यकाल में कमलनाथ ने जमकर भ्रष्टाचार किया और उनके भ्रष्टाचार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का संरक्षण मिलता था, जो कमलनाथ को हर बार बचाते रहे।
श्री राव ने कहा कि वर्ष 2009 में तत्कालीन वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने संसद में यह स्वीकार किया था कि चावल निर्यात में घोटाला हुआ है और इसमें जमकर कमीशनबाजी हुई है। लेकिन जब इस मामले की सीबीआई जांच की बात उठी, तो राहुल गांधी के इशारे पर कांग्रेस सरकार ने इसके लिए मना कर दिया। वहीं, नीरा राडिया टेप से भी कमलनाथ की कमीशनखोरी उजागर होती है, जिसमें उन्हें मिस्टर 15 परसेंट कहकर संबोधित किया गया है।
इसके साथ ही सड़क परिवहन मंत्रालय को कमलनाथ द्वारा एटीएम माने जाने की बात भी उजागर हुई थी। श्री राव ने कहा कि कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाने के पीछे भी पार्टी की मंशा सीधे-सादे लोगों के प्रदेश से भ्रष्टाचार के माध्यम से कमाई की रही है।