ग्वालियर। डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है। डेंगू ने इस बार पिछले 9 वर्ष का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। इसके साथ् ही डेंगू की रोकथाम को लेकर सरकारी विभागों पर भी सवाल उठने लगे हैं। आयुर्वेद महाविद्यालय में अध्ययनरत नेपाल के छात्रों की नेपाल दूतावास को भेजी शिकायत ने डेंगू का मामला और गरमा दिया है। इस शिकायत के बाद नेपाल दूतावास ने महविद्यालय के प्राचार्य से जवाब भी मांगा है। इस बीच मानव अधिकार आयोग ने भी जिलाधीश व मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी को डेंगू की बढती संख्या को लेकर नोटिस जारी करते हुए चार सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है।
डेंगू विकराल रूप लेता जा रहा है बावजूद इसके मलेरिया विभाग और नगर निगम प्रशासन की और से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं बहरहाल जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 788 पहुंच गई है। शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में एनआरआई कोटे से नेपाली छात्रों के लिए छह सीटें हैं। यहां पढ रहे नेपाली छात्र महाविधालय के छात्रावास में नियमित साफ सफाई न होने, छात्रावास तक जाने वाले मार्ग में बिजली के इतंजाम न होने की शिकायतें पहले भी महाविद्यालय प्रबंधन से कर चुके हैं लेकिन महाविद्यालय प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बहरहाल इस बार मामला गंभीर है। ग्वालियर में जिस तेजी से पांव पसार रहर है उससे महाविद्यालय के नेपाली छात्र घबराए हुए हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी शिकायत नेपाली दूतावास को भेजी हैं।
बताया जा रहा है नेपाली दूतावास से इस मामले की जानकारी आईसीसीआर को दी गई। आईसीसीआर के डायरेक्टर ने बुधवार को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेश शर्मा को फोन पर नेपाली छात्रों द्धारा की गई शिकायत से अवगत कराया। इसके बाद हरकत में आए कॉलेज प्रशासन ने पहले नेपाली छत्रों को बुलाकर पहले तो नाराजगी जताई और कहा कि इस मामले की शिकायत उनसे करनी थी। बहरहाल बाद प्राचार्य और अस्पताल अधीक्षक डॉ. सीपी शर्मा ने बूधवार को छात्रावास की व्यवस्थाएं देखी व सफाई करवाई।
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