भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के महासचिव एवं इंदौर के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि वो अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के लिए वोट मांगने नहीं जाएंगे। ना ही कोई अपील जारी करेंगे। आकाश यदि योग्य होगा तो जनता उसे वोट करेगी। बता दें कि आकाश विजयवर्गीय को पार्टी ने इंदौर 3 से टिकट दिया है। यह सीट सुमित्रा महाजन के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है और वो यहां से अपने बेटे मंदार महाजन को टिकट दिलाना चाहतीं थीं।
आकाश के लिए सुरक्षित सीट मांग रहे थे कैलाश
कैलाश विजयवर्गीय इस बार दो तरह की बातें करते नजर आ रहे हैं। टिकट वितरण के समय वो अपने बेटे आकाश के लिए इंदौर 2 से टिकट मांग रहे थे। इस सीट को कैलाश विजयवर्गीय की रियासत कहा जाता है। उनके महामंत्री रमेश मेंदोला यहां से विधायक हैं। युवराज के लिए महामंत्री ने अपनी सीट छोड़ने का ऐलान भी कर दिया था। पुत्र मोह के चलते कैलाश विजयवर्गीय ने परिवारवाद के समर्थन में कुछ बयान भी दिए। कैलाश का हठ इस हद तक पहुंचा कि अमित शाह भी लास्ट तक लिस्ट जारी नहीं कर पाए। उस समय कैलाश विजयवर्गीय ने कतई बयान नहीं दिया था कि पार्टी यदि योग्य समझेगी तो आकाश को टिकट देगी, मैं उसके लिए टिकट की मांग नहीं करूंगा।
राज्यसभा से मंत्री बनना चाहते हैं कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा सूत्रों का कहना है कि कैलाश विजयवर्गीय अब बैकडोर से सत्तासुख भोगने की तकनीक पर काम कर रहे हैं। चुनावी राजनीति 2008 से ही उन्हे महंगी पड़ रही है। इसी के चलते उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर भी बयान दे डाला। इंदौर में न्यूज़ 18 से बातचीत में विजयवर्गीय ने कहा, अब मैं कोई चुनाव नहीं लड़ना चाहता, मेरी मंशा संगठन में काम करने की है। विजयवर्गीय ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव भी वो नहीं लड़ेंगे। हालांकि बाद में ये भी कहा कि आगे पार्टी जैसा चाहे।