भोपाल। मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए कमलनाथ कुछ भी करने को तैयार हैं। चुनाव पूर्व गठबंधन की कोशिशें करते रहे सफल नहीं हो पाए तो अब चुनाव बाद गठबंधन की आस लगाए बैठे हैं। घोषणा पत्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर बवाल मच गया तो पिछले 3 दिनों से सफाई पेश कर रहे हैं। हालात यह है कि पार्टी लाइन के बाहर जाकर अब कमलनाथ संघ की तारीफ करने से भी नहीं चूक रहे।
बता दें कि राहुल गांधी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को महात्मा गांधी की हत्या करने वाली संस्था बताते हैं। इस मामले में वो मानहानि के मामले का भी सामना कर रहे हैं लेकिन कमलनाथ ने पार्टी लाइन से इतर बयान दिया है। कमलनाथ ने कहा कि 'ना हमारा मन है, ना मंशा है कि आरएसएस पर रोक रूकावट लगाई जाए। संघ ऐसी (आतंकवादी) संस्था है मैं नहीं मानता। अगर ऐसी संस्था होती तो हम प्रतिबंध लगाने की बात करते।
कांग्रेस विधायक ने RSS के आतंकी संस्था कहा है
बता दें कि अक्सर अपने विवादित बयानों से सुर्ख़ियों में रहने वाले कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने संघ को लेकर विवादित टिप्पणी की है, उन्होंने संघ को आतंकवाद का प्रतीक बताया है। रीवा जिले की गुढ़ विधानसभा से विधायक सुंदरलाल तिवारी ने सोमवार को कहा था कि संघ के किसी भी कार्यक्रम में भारतीय झंडा नहीं लगाया जाता, इससे यह साफ जाहिर है कि इसकी गतिविधियां संदिग्ध हैं।