नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ज्यादातर ज्वलंत मुद्दों पर चुप ही रहते हैं। राम मंदिर मामले में नरेंद्र मोदी की भूमिका कुछ ज्यादा नहीं रही। 06 दिसम्बर के दिन भी वो अयोध्या की प्रथम पंक्ति में नहीं थे। सत्ता में आने के बाद लगातार यह मुद्दा सुर्ख बना हुआ है परंतु मोदी चुप हैं। पहली बार उन्होंने इस बारे में बात की।
राजस्थान के अलवर में विजय नगर मैदान में मोदी ने राज्य की पहली चुनावी सभा की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का कोई जज जब अयोध्या जैसे गंभीर मुद्दे पर न्याय दिलाने की दिशा में आगे बढ़ता है तो कांग्रेस जजों के खिलाफ महाभियोग लाकर उन्हें डराती-धमकाती है। मोदी ने कहा कि जब अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। कांग्रेस के नेता और राज्यसभा के सदस्य ने कहा कि 2019 तक केस मत चलाओ क्योंकि 2019 में चुनाव हैं।
देश के न्यायतंत्र को इस प्रकार राजनीति में घसीटना उचित है क्या? यह भी कहा कि कांग्रेस के पास चुनाव में मुद्दा नहीं है। उनके नेता कभी मेरी मां को गाली देते हैं, कभी मेरी जाति को लेकर सवाल पूछते हैं। पूरा देश यह जान गया है कि ये सब नामदार (राहुल गांधी) के कहने पर हो रहा है।