नई दिल्ली। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा राहुल गांधी के गोत्र मामले में उलझकर रह गए हैं। उड़िया ब्राह्मण होने के बावजदू वो गोत्र को लेकर ऐसे सवाल पूछ रहे हैं, जो उन्हे कम से कम ब्राह्मण समाज में अज्ञानी साबित करने के लिए काफी हैं। पात्रा ने अब सवाल पूछा है कि राहुल गांधी ने अपनी दादी का गोत्र क्यों लिया, माता का गोत्र क्यों नहीं लिया।
कहां और क्या कहा sambit patra ने
पंचायत आजतक राजस्थान 2018 के सत्र 'किसका होगा राजतिलक' में विकास के मुद्दों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र का मुद्दा भी उठाया गया। राहुल गांधी के गोत्र बताने को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी दादी का ही गोत्र क्यों लिया, उन्हें अपनी मां का गोत्र ले लेना चाहिए था। संबित पात्रा ने कहा, 'गोत्र के विषय को गंभीरता से लेना चाहिए।
ये रहा जवाब / Here's the answer
संबित पात्रा ओडिशा राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। ओडिशा राज्य में पात्रा सरनेम वालों को 'ब्राह्मण' माना जाता है। ज्योतिर्विद डॉ.आरएस अवस्थी बताते हैं कि गोत्र का विषय भी ब्राह्मणों का नितांत निजी विषय है। इसका उपयोग विवाह के समय किया जाता है। ब्राह्मणों में विवाह के समय, पिता, मामा, दादी एवं नानी का गोत्र देखा जाता है। जब भी गोत्र की बात आती है, यही 4 प्रमुख होते हैं। माता का गोत्र का शास्त्रों में कहीं कोई उल्लेख नहीं है।